ETV Bharat / international

तालिबान कर सकता है सरकार की घोषणा, पाकिस्तान के खुफिया प्रमुख काबुल पहुंचे

पाकिस्तान के खुफिया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद पाकिस्तानी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए काबुल पहुंचे हैं. बता दें कि पंजशीर घाटी में लड़ाई जारी है और तालिबान एक नई सरकार के गठन की घोषणा करने के लिए तैयार है.

pak
pak
author img

By

Published : Sep 4, 2021, 3:49 PM IST

Updated : Sep 4, 2021, 3:59 PM IST

काबुल : तालिबान जल्द ही अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन कर सकता है. इसी बीच तालिबान के आमंत्रण पर पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी के प्रमुख जनरल फैज हमीद काबुल पहुंचे. फैज हामिद के साथ पाकिस्तानी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी है.

हालांकि, अब तक स्पष्ट नहीं है कि जनरल फैज हमीद ने शनिवार को तालिबान नेतृत्व से क्या बातचीत की, लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का तालिबान पर काफी प्रभाव माना जाता है.

तालिबानी नेतृत्व का मुख्यालय पाकिस्तान में था और अक्सर कहा जाता है कि उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'इंटर सर्विसज इंटेलीजेंस एजेंसी' (आईएसआई) से सीधे संबंध है.

यह अलग बात है कि पाकिस्तान नियमित तौर पर तालिबान को सैन्य सहायता देने से इनकार करता रहा है, लेकिन अफगान सरकार और वाशिंगटन आरोप लगाते रहे हैं कि तालिबान को पाकिस्तान की मदद मिल रही है.

इसी बीच विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि भारत और अमेरिका, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के कदमों पर करीबी नजर रख रहे हैं.

श्रृंगला ने कहा कि भारत की तालिबान के साथ सीमित बातचीत रही है, अफगानिस्तान के नए शासकों (The new Afghan rulers) ने संकेत दिया है कि वे भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे.

पढ़ें :- अफगानिस्तान : मुल्ला बरादर होगा नई सरकार का मुखिया, ईरान की तर्ज पर पूरी व्यवस्था

विदेश सचिव ने वाशिंगटन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त होने पर भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, जाहिर तौर पर हमारी तरह वे भी करीब से नजर रख रहे हैं और हमें बारीकी से पाकिस्तान के कदमों पर नजर रखनी होगी. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में किस प्रकार के हालात बनते हैं, इस संदर्भ में अमेरिका इंतजार करो और देखो की नीति अपनाएगा. भारत की भी यही नीति है.

तालिबान प्रांतों और जिलों के लिए गवर्नर, पुलिस प्रमुख और पुलिस कमांडरों की पहले ही नियुक्ति कर चुका है. उन्होंने कहा कि नई शासन प्रणाली के नाम, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.

काबुल : तालिबान जल्द ही अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन कर सकता है. इसी बीच तालिबान के आमंत्रण पर पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी के प्रमुख जनरल फैज हमीद काबुल पहुंचे. फैज हामिद के साथ पाकिस्तानी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी है.

हालांकि, अब तक स्पष्ट नहीं है कि जनरल फैज हमीद ने शनिवार को तालिबान नेतृत्व से क्या बातचीत की, लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का तालिबान पर काफी प्रभाव माना जाता है.

तालिबानी नेतृत्व का मुख्यालय पाकिस्तान में था और अक्सर कहा जाता है कि उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी 'इंटर सर्विसज इंटेलीजेंस एजेंसी' (आईएसआई) से सीधे संबंध है.

यह अलग बात है कि पाकिस्तान नियमित तौर पर तालिबान को सैन्य सहायता देने से इनकार करता रहा है, लेकिन अफगान सरकार और वाशिंगटन आरोप लगाते रहे हैं कि तालिबान को पाकिस्तान की मदद मिल रही है.

इसी बीच विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने कहा कि भारत और अमेरिका, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के कदमों पर करीबी नजर रख रहे हैं.

श्रृंगला ने कहा कि भारत की तालिबान के साथ सीमित बातचीत रही है, अफगानिस्तान के नए शासकों (The new Afghan rulers) ने संकेत दिया है कि वे भारत की चिंताओं को दूर करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे.

पढ़ें :- अफगानिस्तान : मुल्ला बरादर होगा नई सरकार का मुखिया, ईरान की तर्ज पर पूरी व्यवस्था

विदेश सचिव ने वाशिंगटन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त होने पर भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, जाहिर तौर पर हमारी तरह वे भी करीब से नजर रख रहे हैं और हमें बारीकी से पाकिस्तान के कदमों पर नजर रखनी होगी. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में किस प्रकार के हालात बनते हैं, इस संदर्भ में अमेरिका इंतजार करो और देखो की नीति अपनाएगा. भारत की भी यही नीति है.

तालिबान प्रांतों और जिलों के लिए गवर्नर, पुलिस प्रमुख और पुलिस कमांडरों की पहले ही नियुक्ति कर चुका है. उन्होंने कहा कि नई शासन प्रणाली के नाम, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.

Last Updated : Sep 4, 2021, 3:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.