इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर को पाकिस्तान की 'दुखती रग' बताया है. उन्होंने भारत सरकार के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. इमरान ने कहा है कि विशेष दर्जे को वापस लेने का भारत का फैसला, पाक की सुरक्षा और अखंडता को चुनौती देता है.
शुक्रवार को इमरान खान ने पाकिस्तान के 'रक्षा एवं शहीद दिवस' पर अपना संदेश जारी किया. इमरान ने कहा कि उनकी सरकार ने वैश्विक राजधानियों और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय कूटनीतिक अभियान शुरू किया. इसका मकसद वैश्विक समुदाय को कश्मीर के बारे में बताना है. उन्होंने कहा कि भारत ने कश्मीर का विशेष दर्जा पांच अगस्त को खत्म कर दिया था.
इमरान खान ने कहा, 'पाकिस्तान के लिए कश्मीर उसकी कमजोर नस है. उसके दर्जे में बदलाव करना पाकिस्तान की सुरक्षा एवं अखंडता को चुनौती देता है.'
उन्होंने कहा, 'मैंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत के परमाणु जखीरे की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने की भी अपील की...यह वह मुद्दा है जो दक्षिण एशियाई क्षेत्र को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित करता है.'
ये भी पढ़ें: कश्मीर मसले पर सऊदी अरब और यूएई से 'स्पष्ट संदेश' चाहता है पाकिस्तान
पीएम इमरान ने कहा कि अगर वैश्विक समुदाय भारत के परमाणु जखीरे पर ध्यान देने में विफल रहता है तो वे 'विनाशकारी परिणामों'' के लिए जिम्मेदार होंगे.
इमरान खान ने कहा, 'मैंने पूरी दुनिया से कहा है कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन साथ ही पाकिस्तान उसकी सुरक्षा एवं अखंडता को दी जाने वाली चुनौतियों से बेपरवाह भी नहीं रह सकता.'
ये भी पढ़ें: PAK के पास 125-250 ग्राम के परमाणु बम, इमरान के रेल मंत्री ने दिया बयान
रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय में हुए मुख्य समारोह को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी संबोधित किया. बाजवा ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान को संपूर्ण करने वाला 'अधूरा एजेंडा' है.
उन्होंने कहा, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि कश्मीर पाकिस्तान को संपूर्णता प्रदान करने वाला अधूरा एजेंडा है. यह तब तक ऐसा रहेगा जब तक संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के मुताबिक इसका समाधान न हो जाए.'
बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जंग जीत ली है और अब वह गरीबी एवं पिछड़ापन खत्म करने के लिए लड़ाई लड़ रहा है.
ये भी पढ़ें: अनुच्छेद 370 भारत का आंतरिक मामला, PAK पूरी दुनिया के लिए कैंसर : अल्ताफ हुसैन
पाक के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने अपने संदेश में कहा कि पाकिस्तान कश्मीर के लोगों का समर्थन जारी रखेगा. अल्वी ने कहा कि पाक सभी स्तरों एवं मंचों पर इस मुद्दे को उठाएगा.
कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा का दौरा कर, सैनिकों के साथ बातचीत की. रक्षा मंत्री परवेज खटक, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी उनके साथ गए थे.
ये भी पढ़ें: कल दे रहे थे एटम बम की धमकी, आज भारत से दवा आयात को दी मंजूरी
बता दें कि भारत के साथ 1965 में हुए युद्ध की वर्षगांठ मनाने के लिए पाकिस्तान छह सितंबर को रक्षा एवं शहीद दिवस मनाता है.
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब भारत ने जम्मू -कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को पांच अगस्त को वापस ले लिया था. भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है. लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है.
(इनपुट-पीटीआई)