कोलंबो: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है. बता दें कि आठ अलग-अलग स्थानों पर हुए धमाकों में 290 लोगों की मौत हुई थी. इन धमाकों में 400 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं.
इससे पहले श्रीलंका के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि देश में गत रविवार को ईस्टर के मौके पर गिरजाघरों और होटलों को निशाना बनाकर किए गए हमले न्यूजीलैंड में मस्जिदों पर की गई गोलीबारी का बदला थे.
श्रीलंका के रक्षा मंत्री रुवन विजयवर्द्धने ने संसद को संबोधित करते हुए बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि घातक धमाके क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में हुई गोलीबारी का बदला हैं, जिसमें 50 लोगों की जान चली गई थी.
विजयवर्द्धने ने साथ ही बताया कि हमले में घायल 500 में से 375 का इलाज अब भी अस्पताल में जारी है.
बता दें कि श्रीलंका में ईस्टर रविवार के दिन हुए सिलसिलेवार आत्मघाती बम विस्फोटों में अब तक 10 भारतीयों की मौत हो चुकी है. कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने यह जानकारी दी.
इस हमले में सोमवार तक आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी.
उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा, "खेद के साथ पुष्टि करते हैं कि श्रीलंका बम विस्फोटों में दो और भारतीयों ए. मारेगौड़ा और एच. पुट्टाराजू की मौत हो गई है. इस तरह अबतक 10 भारतीयों की मौत हो चुकी है."
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उच्चायोग के ट्वीट को रीट्वीट किया है.
अधिकारियों ने सोमवार को कहा था कि हमले में 30 विदेशी नागरिकों की मौत हुई है, जिसमें आठ भारतीय शामिल हैं. इनमें से पांच जनता दल (सेक्युलर) के कार्यकर्ता हैं, जो बेंगलुरू में चुनाव संपन्न होने के बाद छुट्टी मनाने श्रीलंका गए थे.
इनकी पहचान शिवन्ना, के.जी. हनुमनथाराया, एम. रंगप्पा, के.एम. लक्ष्मीनारायण और लक्ष्मणा गौड़ा रमेश के रूप में हुई है. इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रमेश, लक्ष्मी और नारायण चंद्रशेखर की मौत की पुष्टि की थी.
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गौरतलब है कि श्रीलंका में रविवार को गिरजाघरों तथा पांच सितारा होटलों को निशाना बनाकर किये गए सिलसिलेवार धमाकों में 321 लोगों की जान चली गई है और अन्य 500 लोग घायल हुए हैं.