हांगकांग: मंगलवार को सार्वजनिक उपद्रव और अन्य आरोपों में दोषी पाए जाने के बाद साल 2014 में लोकतंत्र समर्थक नौ नेता बुधवार को अदालत में पहुंचे. दरअसल, हांगकांग में चीन की कम्युनिस्ट सरकार देश के सभी क्षेत्रों में एक जैसी शासन व्यवस्था चाहती है लेकिन हांगकांग में इसके विरोध में हांगकांग में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा आवाज उठाई जाती रही है. साल 2014 में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था.
79 दिनों तक ये विरोध प्रदर्शन जारी रहा था. इन विरोध प्रदर्शनों से जुड़े मामले में हांगकांग की एक अदालत ने नौ लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को दोषी करार दिया है.
मंगलवार को कोर्ट ने उन्हें उपद्रव करने के जुर्म में दोषी ठहराया. जब ये कार्यकर्ता अदालत से बाहर निकले तो लोकतंत्र समर्थकों ने इनकी तालियां बजाकर हौसला अफजाई की.
स्वायत्त क्षेत्र हांगकांग में चीन की कम्युनिस्ट सरकार के बढ़ते दखल के विरोध में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं की अगुवाई में कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए थे. इन प्रदर्शनों को हांगकांग की जनता का भी बहुत समर्थन मिला था.
बता दें कि 1997 से पहले हांगकांग ब्रिटेन का उपनिवेश था.
चीन का हिस्सा बनने के बाद हांगकांग में स्वायत्तता को लेकर नई बहस छिड़ चुकी है, क्योंकि चीन सरकार देश के सभी क्षेत्रों में एक जैसी शासन-व्यवस्था लागू करना चाहती है.