सिंगापुर : सिंगापुर में भारत के राजदूत (Indian envoy in Singapore) पी कुमारन (P Kumaran) ने कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण से हुए नुकसान की भरपाई के लिए देशों को आपस में सहयोग करना चाहिए. सभी देशों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए.
उन्होंने वैश्विक महामारी (global pandemic) की दूसरी लहर से निपटने के लिए भारत को चिकित्सकीय साजो-सामान की आपूर्ति करने और आर्थिक अनुदान देने के लिए सिंगापुर की सरकार (Singapore Government), जनता और कॉरपोरेट क्षेत्र का आभार भी व्यक्त किया.
भारतीय उच्चायुक्त पी कुमारन (Indian envoy P Kumaran) ने सिंगापुर को व्यापार और साजो-सामान का केन्द्र बताया. उन्होंने कहा कि इसी कारण से वह क्रायोजनिक ऑक्सीजन टैंक (cryogenic oxygen tank), ऑक्सीजन सिलेंडर (oxygen cylinder), ऑक्सीजन सांद्रक (oxygen concentrator) और बाइपैप मशीन (BiPAP Machine) और वेंटिलेटर जैसे जरूरी उपकरण मुहैया करा सका.
कुमारन ने कहा कि हम सिंगापुर की सरकार, विभिन्न विभागों, खासतौर पर व्यापार एवं उद्योग, रक्षा, विदेश, स्वास्थ्य आदि का चुनौतीपूर्ण वक्त में मदद करने के लिए आभार व्यक्त करते हैं. हम टेमासेक फाउंडेशन (Temasek Foundation) के जरिए भी भारत की मदद करने के लिए आभारी हैं.
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संक्रमण से निपटने के लिए अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों की मदद के लिए सिंगापुर के विभिन्न संस्थानों ने 5.50 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं. इसी संबंध में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुमारन ने कहा कि ये मुश्किल वक्त है, वायरस म्यूटेट कर रहा है और हमारी रक्षात्मक रणनीतियों के इर्द-गिर्द आ ही जाता है. इंसानों की तरह ही वायरस का भी बस एक ही काम है- बने रहने की जद्दोजहद. बने रहने के लिए वायरस वह सभी काम करेगा, जो वह कर सकता है.
अब तक सिंगापुर 85 आईएसओ टैंक (ISO Tank), 8300 सांद्रक, 16,000 सिलेंडर, 2,000 बाइपैप और वेंटिलेटर भारत भेज चुका है.
तमिलनाडु के वित्त एवं मानव संसाधन मंत्री (Finance and Human Resource Minister) डॉ पी त्यागराजन (Dr. P Thiagarajan) भी डिजिटल माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम में उच्चायुक्त ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से हालात के बारे में भी जानकारी दी.
(पीटीआई-भाषा)