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श्रीलंका में डेंगू से 47 की मौत, 2 लाख लोग इससे पीड़ित

इन दिनों श्रीलंका में एक जानलेवा वायरस डेंगू फैला हुआ है. इस वायरस की वजह से 47 लोगों की मौत हो गई है. वहीं तकरीबन दो लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ गए हैं.

श्रीलंका में डेंगू से 47 की मौत
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Published : Aug 6, 2019, 9:12 AM IST

कोलंबोः साल के शुरुआती सात महीनों में पूरे श्रीलंका में डेंगू वायरस के फैलने से 47 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200,000 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं.

बता दें कि यह आंकड़े सरकार ने सोमवार को जारी किए हैं.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, जुलाई के अंत तक डेंगू के 234,078 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं सबसे अधिक मामले कोलंबो के और फिर गमपाहा और कलुतारा जिले के हैं.

सरकार की एपिडेमीलॉजी यूनिट का कहना है कि हाई रिस्क क्षेत्रों में पांच जिले कोलंबो, गमपाहा गल्ले, कलुताका और रत्नापुर शामिल हैं.

पढ़ेंः दक्षिणी लीबिया में हवाई हमले में 42 की मौत

चिकित्सीय विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि तेज बुखार, बार-बार उल्टी, पेट दर्द और चक्कर की शिकायत होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाए.

एपिडेमीलॉजिस्ट ने कहा, 'सभी डेंगू मरीजों को आराम करने के साथ स्कूल और काम पर जाने से बचने की जरूरत है. डेंगू हेमरेजिक फीवर (DHF) जानलेवा साबित हो सकता है.'

चिकित्सीय विशेषज्ञों ने गर्भवतियों के बुखार होने पर पहले दिन ही अस्पताल में भर्ती कराने की अपील की है.

गौरतलब है कि बीते साल मच्छरजनित वायरस से श्रीलंका में 50 लोगो की मौत हो गई थी, वहीं 48,000 इसकी चपेट में आ गए थे.

कोलंबोः साल के शुरुआती सात महीनों में पूरे श्रीलंका में डेंगू वायरस के फैलने से 47 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200,000 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं.

बता दें कि यह आंकड़े सरकार ने सोमवार को जारी किए हैं.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, जुलाई के अंत तक डेंगू के 234,078 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं सबसे अधिक मामले कोलंबो के और फिर गमपाहा और कलुतारा जिले के हैं.

सरकार की एपिडेमीलॉजी यूनिट का कहना है कि हाई रिस्क क्षेत्रों में पांच जिले कोलंबो, गमपाहा गल्ले, कलुताका और रत्नापुर शामिल हैं.

पढ़ेंः दक्षिणी लीबिया में हवाई हमले में 42 की मौत

चिकित्सीय विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि तेज बुखार, बार-बार उल्टी, पेट दर्द और चक्कर की शिकायत होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाए.

एपिडेमीलॉजिस्ट ने कहा, 'सभी डेंगू मरीजों को आराम करने के साथ स्कूल और काम पर जाने से बचने की जरूरत है. डेंगू हेमरेजिक फीवर (DHF) जानलेवा साबित हो सकता है.'

चिकित्सीय विशेषज्ञों ने गर्भवतियों के बुखार होने पर पहले दिन ही अस्पताल में भर्ती कराने की अपील की है.

गौरतलब है कि बीते साल मच्छरजनित वायरस से श्रीलंका में 50 लोगो की मौत हो गई थी, वहीं 48,000 इसकी चपेट में आ गए थे.

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श्रीलंका में डेंगू से 47 की मौत, 2 लाख लोग इससे पीड़ित



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कोलंबो, 5 अगस्त (आईएएनएस)| साल के शुरुआती सात महीनों में पूरे श्रीलंका में डेंगू वायरस के फैलने से 47 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200,000 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। यह आंकड़े सरकार ने सोमवार को जारी किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, "जुलाई के अंत तक डेंगू के 234,078 मामले दर्ज किए गए हैं। सबसे अधिक मामले जिला कोलंबो के और फिर गमपाहा और कलुतारा जिले के हैं।"



सरकार की एपिडेमीलॉजी यूनिट का कहना है कि हाई रिस्क क्षेत्रों में पांच जिले- कोलंबो, गमपाहा गल्ले, कलुताका और रत्नापुर शामिल हैं।



चिकित्सीय विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि तेज बुखार, बार-बार उल्टी, पेट दर्द और चक्कर की शिकायत होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाए।



एपिडेमीलॉजिस्ट ने कहा, "सभी डेंगू मरीजों को आराम करने के साथ स्कूल और काम पर जाने से बचने की जरूरत है। डेंगू हेमरेजिक फीवर (डीएचएफ) जानलेवा साबित हो सकता है।"



चिकित्सीय विशेषज्ञों ने गर्भवतियों के बुखार होने पर पहले दिन ही अस्पताल में भर्ती कराने की अपील की है।



बीते साल मच्छरजनित वायरस से श्रीलंका में 50 लोगो की मौत हो गई थी, वहीं 48,000 इसकी चपेट में आ गए थे।


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