वॉशिंगटन : अमेरिकी सेना तालिबान के साथ समन्वय कर रही है. साथ ही अमेरिका ने काबुल हवाई अड्डे से विमानों के जरिए अमेरिकियों और अफगान सहयोगियों को ले जाने के अभियान को तेज कर दिया है. पेंटागन के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि दो सप्ताह में सभी लोगों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए अतिरिक्त अमेरिकी सैनिकों को भी लाया जा रहा है.
सेना के मेजर जनरल विलियम टेलर ने पेंटागन के संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हवाई अड्डे पर रात में वायुसेना के नौ सी-17 परिवहन विमान उपकरण और लगभग 1,000 सैनिकों के साथ पहुंचे और सात सी-17 विमानों के जरिए 700-800 नागरिकों को निकाला गया, जिसमें 165 अमेरिकी शामिल थे. उन्होंने बताया कि इसमें कुछ अफगान भी शामिल हैं.
पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता, जॉन किर्बी ने कहा कि हवाई अड्डे पर अमेरिकी कमांडर किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए लिए हवाई अड्डे के बाहर तालिबान कमांडरों के साथ सीधे संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि तालिबान द्वारा कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं की गई है, और अब पराजित अफगान सेना के कई सदस्य हवाई अड्डे पर हैं, जो लोगों को निकालने में सहायता कर रहे हैं.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जान बचाने के लिए हजारों अफगान सोमवार को काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे और इसी अफरा-तफरी में कुछ लोग वहां से उड़ान भर रहे एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान से गिर गये थे, जिससे सात लोगों की मौत हो गई थी.
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पेंटागन के प्रवक्ता किर्बी ने मंगलवार को टेलीविजन साक्षात्कारों के दौरान कहा कि महाद्वीपीय अमेरिका में तीन अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों में 22,000 निकाले गए अफगानों और उनके परिवारों को रखने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने जगहों के नाम नहीं बताए.
(पीटीआई-भाषा)