वाशिंगटन : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सितंबर 2020 में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के साथ हुई पहली बहस से तीन दिन पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. यह दावा उनके पूर्व 'चीफ ऑफ स्टाफ' मार्क मीडोज ने अपनी नई किताब में किया है. इस किताब का आधिकारिक रूप से विमोचन सात दिसंबर को होगा.
दरअसल, इससे पहले गार्जियन को प्राप्त 'द चीफ ऑफ स्टाफ' नाम से लिखी किताब की प्रति के मुताबिक, तत्कालीन राष्ट्रपति कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाए गए थे, लेकिन कुछ समय बाद हुई जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई और उन्होंने अपना सामान्य कामकाज शुरू कर दिया, जिसमें अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी के साथ बहस में शामिल होना भी था. हालांकि, ट्रंप ने बुधवार को इसे 'फर्जी खबर' करार दिया है.
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अगर मीडोज के खुलासे की पुष्टि होती है, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि ट्रंप के कार्यकाल में व्हाइट हाउस अपने कर्मचारियों में संक्रमण फैलने के बावजूद वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे थे, जबकि ट्रंप को अंतत: अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था और ऑक्सीजन की जरूरत भी पड़ी थी.
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मीडोज के मुताबिक, मुझे पहली बहस से पहले कोविड-19 का संक्रमण था, यह फर्जी खबर है. जांच में साबित हुआ था कि पहली बहस से पहले मुझे संक्रमण नहीं था.
मिडोज ने भी ट्रंप के बयान को बुधवार को रीट्वीट कर कहा कि पूर्व राष्ट्रपति सही हैं कि यह खबर फर्जी है. उनके अनुसार, दरअसल उस घटना को गलत संदर्भ में लिया गया है, क्योंकि किताब में गलत रिपोर्ट आने की बात की गई है. उन्होंने कहा कि स्पष्ट रूप से दो टेस्ट हुए थे, जिनमें से एक में ट्रंप की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन कुछ ही समय बाद दूसरी रिपोर्ट निगेटिव भी आई थी.