कराकस : वेनेजुएला के विभिन्न हिस्सों में 130 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक चुनाव का पर्यवेक्षण कर रहे हैं. ज्यादातर पर्यवेक्षक यूरोपीय संघ से हैं. उन्होंने देश में चुनाव में निष्पक्षता, मीडिया पहुंच, अभियान गतिविधि और उम्मीदवारों को अयोग्य ठहराने जैसी चुनावी स्थितियों का संज्ञान लिया. वेनेजुएला में लंबे समय से चुनाव तंत्र की स्थिति लचर है और उनकी मौजूदगी का मकसद यहां मतदाताओं में विश्वास लाना था फिर भी मतदान करने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने घर से नहीं निकले.
पर्यवेक्षकों के कार्य के बारे में अस्पताल कर्मचारी पेड्रो मार्टिन्ज (56) ने कहा, 'इससे मुझ में थोड़ा आत्मविश्वास आया कि वे हमारे मताधिकार और हमारे मत का आदर करते हैं.'
उन्होंने कहा कि पूर्वी कराकस क्षेत्र में मतदान केंद्र में कम संख्या में ही लोग कतार में दिखे क्योंकि यहां आम तौर पर राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और उसके सहयोगियों के खिलाफ मत डालते हैं. वहीं विपक्षी पार्टी के नेता 'आपस में ही लड़ते रहते हैं.'
इस चुनाव में 23 गवर्नर, 335 मेयर पद समेत 3,000 से ज्यादा सीटों पर मतदान करने के लिए करीब 2.1 करोड़ से ज्यादा लोग पात्र हैं. वहीं चुनाव मैदान में 70,000 उम्मीदवार उतरे हैं.
ऐतिहासिक रूप से, राज्य एवं नगरपालिका चुनावों के लिए मतदान का प्रतिशत कम ही रहा है. आम तौर पर क्षेत्रीय चुनाव के बारे में देश की सीमा से बाहर बातें नहीं होती हैं लेकिन रविवार का चुनाव अलग था क्योंकि मादुरो सरकार द्वारा उठाए गए कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा थी.
नेशनल असेंबली में मादुरो बहुमत में हैं और मई में एसेंबली में दो विख्यात विरोधियों को नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल के नेतृत्व में सदस्य के तौर पर शामिल किया था. इसमें एक ऐसा कार्यकर्ता भी था जो सरकार को अस्थिर करने के आरोप में जेल में भी जा चुका है. 2005 के बाद यह पहली बार है जब वेनेजुएला के पांच सदस्यीय चुनावी निकाय में विपक्ष के एक से ज्यादा सदस्य हैं.
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(पीटीआई-भाषा)