मेलबर्न/नई दिल्ली: क्वाड देशों के विदेश मंत्रीयों ने शुक्रवार को मेलबर्न में आयोजित बैठक में भाग लिया. इस अवसर पर ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा कि क्वाड खुलेपन, पारदर्शिता और व्यावहारिक सहयोग के लिए प्रतिबद्ध साझेदारी है, जिससे कोविड-19 और क्षेत्रीय सुरक्षा सुधार का समर्थन किया जा सकता है. चारों देश अपने इंडो-पैसिफिक सहभागियों की प्राथमिकताओं का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत-जापान-अमेरिका सबसे करीबी साझेदार हैं. इंडो-पैसिफिक में रणनीतिक प्रतिस्पर्धा के जवाब में, हम अपने क्षेत्र में राष्ट्रों से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रतिक्रियाओं को बढ़ाने और समन्वय करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. इसके साथ ही हम भारत में 1 बिलियन वैक्सीन खुराक के उत्पादन का समर्थन कर रहे हैं. बैठक में कहा गया कि फरवरी 2021 में हमारी पिछली बातचीत के बाद से, भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक वैश्विक परिदृश्य अधिक जटिल हो गया है. प्रमुख लोकतंत्रों के रूप में, हम मुक्त नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के अपने साझा दृष्टिकोण का अनुसरण करते हैं.
इस दौरान भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता, कानून के शासन, पारदर्शिता, अंतरराष्ट्रीय समुद्र में नौपरिवहन की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण संकल्प के सम्मान पर आधारित योजना तैयार की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि, महामारी हमें जिस प्रकार प्रभावित कर रही है उसे देखते हुए हमने वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा, क्वाड वैक्सीन पहल और हमारे सामूहिक वैक्सीन वितरण करने के लिए सामूहिक प्रयास किए हैं. इंडो-पैसिफिक के देशों के लिए इन चुनौतियों का सामना करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण हैं.
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चौथे क्वाड के दौरान कहा कि, आज की बैठक कोविड महामारी को साथ मिलकर खत्म करने और प्रगति के निर्माण के बारे में है. उन्होंने यह भी कहा कि, हम इसके अलावा 2022 के अंत तक टीकों की 1 बिलियन खुराक का उत्पादन करने के अपने लक्ष्य की दिशा में प्रगति कर रहे हैं.
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि, हमने जो बातचीत की है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि हमारे संबंधित देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध, हमारे रणनीतिक अभिसरण और हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्य क्वाड को संयुक्त रूप से जीवंत बनाएंगे.
इसके साथ ही अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, दिसंबर में मैं जकार्ता था और मैंने एक स्वतंत्र इंडो-पैसिफिक के लिए अमेरिका की दृष्टि निर्धारित की यह हमारे लिए क्या मायने रखता है, इस पर कुछ समय देने लायक है.
(पीटीआई-भाषा)
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