न्यूयॉर्क: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन(US President Joe Biden ) यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार हासिल न करे( Iran never acquires a nuclear weapon). ईरान के परमाणु कार्यक्रम में चल रही प्रगति को देखते हुए, राष्ट्रपति ने अपनी टीम को कूटनीति विफल होने की स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा है. साथ ही अन्य विकल्पों के लिए तैयार रहने के लिए कहा है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने यह जानकरी दी है.
ईरान और विश्व शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते(nuclear deal ) को बहाल करने के उद्देश्य से बातचीत कुछ दिनों तक अटके रहने के बाद बृहस्पतिवार को वियना में फिर से शुरू हुई. हालांकि 2018 में अमेरिका तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के समय समझौते से हट गया था. समझौते के सभी शेष हस्ताक्षरकर्ताओं - ईरान, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन- की एक बैठक यूरोपीय संघ के राजनयिक एनरिक मोरा की अध्यक्षता में की गयी.
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#WATCH | Pres Biden is committed to ensuring Iran never acquires a nuclear weapon... given the ongoing advances in Iran’s nuclear program, President has asked his team to be prepared in the event that diplomacy fails & we must turn to other options...: White House Spox Jen Psaki pic.twitter.com/Vj5d2E4XlJ
— ANI (@ANI) December 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) December 9, 2021#WATCH | Pres Biden is committed to ensuring Iran never acquires a nuclear weapon... given the ongoing advances in Iran’s nuclear program, President has asked his team to be prepared in the event that diplomacy fails & we must turn to other options...: White House Spox Jen Psaki pic.twitter.com/Vj5d2E4XlJ
— ANI (@ANI) December 9, 2021
अमेरिका ने इस वार्ता में परोक्ष रूप से भाग लिया है क्योंकि यह 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान समझौते से हट गया था. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संकेत दिया है कि वह समझौते में फिर से शामिल होना चाहते हैं. वाशिंगटन ने ईरान के लिए विशेष अमेरिकी दूत रॉबर्ट माली के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को सप्ताहांत में वियना भेजने की योजना बनायी है.
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यूरोपीय राजनयिकों ने तेहरान से 'यथार्थवादी प्रस्तावों' के साथ आने का आग्रह किया, जब ईरानी प्रतिनिधिमंडल ने पिछले हफ्ते ऐसे कई मांगें कीं जिन्हें समझौते के अन्य पक्षों ने अस्वीकार्य समझा. पिछले हफ्ते हुई बातचीत करीब पांच महीनों में पहली थी. अमेरिकी विदेश विभाग प्रवक्ता नेड प्राइस ने इस सप्ताह कहा था कि अमेरिका को उम्मीद है कि अगले दौर की वार्ता 'अलग तरह से आगे बढ़ेगी.'