संयुक्त राष्ट्र : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में 20 साल तक चले संघर्ष को समाप्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि एक ओर अमेरिका इस 'अनवरत युद्ध' काल को समाप्त कर रहा है,तो वहीं दूसरी ओर वह दुनिया भर के लोगों को ऊपर उठाने और लोकतंत्र का नवीनीकरण तथा इसकी रक्षा करने के लिए अनवरत कूटनीति के नए युग की शुरुआत कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें उच्चस्तरीय सत्र में अपने पहले संबोधन में, बाइडेन ने महासभा हॉल में एकत्रित विश्व नेताओं और राजनयिकों से कहा कि उनके विचार में दुनिया 'इतिहास के एक परिवर्तन बिंदु' पर है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'अतीत के युद्धों को जारी रखने के बजाय, हम अपना ध्यान उन चुनौतियों पर केंद्रित कर रहे हैं, जिन पर हमारा सामूहिक भविष्य टिका हुआ है. इनमें इस महामारी को समाप्त करना, जलवायु संकट से निपटना, वैश्विक शक्ति गतिशीलता में बदलाव तय करना, व्यापार, साइबर और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर दुनिया के नियमों को आकार देना तथा आतंकवाद के खतरे का सामना करना शामिल है.'
उन्होंने कहा, 'हमने अफगानिस्तान में 20 साल के संघर्ष को समाप्त कर दिया है और जब हम अनवरत युद्ध के इस काल को समाप्त कर रहे हैं, तो हम अनवरत कूटनीति के एक नए युग की शुरुआत भी कर रहे हैं. हम लोकतंत्र के नवीनीकरण और इसकी रक्षा पर काम कर रहे हैं.'
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बाइडेन ने अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लेख किया, जिसे पिछले महीने 15-राष्ट्रों के संयुक्त राष्ट्र अंग की भारत की अध्यक्षता में पारित किया गया था। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी भूमिका निभाता रहेगा, लेकिन “यदि सभी राष्ट्र एक साथ काम करें तभी हम अधिक सफल और अधिक प्रभावशाली साबित हो पाएंगे.'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने राष्ट्रों से आह्वान किया कि वे दुनिया के सुदूर क्षेत्रों या हमारे अपने आसपास से पैदा होने वाले आतंकवाद के खतरे के प्रति सतर्क रहें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग अमेरिका के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, उन्हें अमेरिका के रूप में एक एक प्रतिबद्ध शत्रु मिलता रहेगा.
उन्होंने कहा कि अमेरिका विश्व को कार्रवाई के लिए एकजुट करना चाहता है और हम सिर्फ अपनी शक्ति के जरिए उदाहरण नहीं पेश करेंगे बल्कि ईश्वर की इच्छा के साथ अपने उदाहरण की शक्ति के साथ नेतृत्व करेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवादी खतरों सहित विभिन्न हमलों के खिलाफ अपनी, अपने सहयोगियों और अपने हितों की रक्षा करता रहेगा तथा हम जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग करने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि हमें इस खतरे के प्रति भी सतर्क रहना चाहिए कि आतंकवाद हमारे सभी राष्ट्रों के लिए खतरा है, चाहे वह दुनिया के सुदूर के क्षेत्रों से हो या हमारे अपने आसपास से.
पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए बाइडन ने कहा, ‘हम आतंकवाद के कड़वे असर को जानते हैं. आतंकवाद का कड़वा असर वास्तविक है. लगभग हम सभी ने इसका अनुभव किया है.' उन्होंने कहा कि पिछले महीने काबुल में हुए एक "घृणित" आतंकवादी हमले में हमने 13 अमेरिकी नायकों और लगभग 200 निर्दोष अफगान नागरिकों को खो दिया.
( पीटीआई-भाषा )