ह्यूस्टन(अमेरिका): राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 3 नवंबर के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 को अमेरिका के इतिहास में 'सबसे महत्वपूर्ण' करार दिया है. वहीं, 18 लाख भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों के लिए भी यह कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ राज्यों में वे निर्णायक साबित होने वाले हैं. उल्लेखनीय है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों को चुनाव में हवा का रुख तय करने वाला बताया है.
8 करोड़ से अधिक मतदाता कर चुके हैं मतदान
एक अमेरिकी समाचार पत्र के मुताबिक अमेरिका में 25.7 करोड़ लोग 18 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और करीब 24 करोड़ नागरिक इस साल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में मतदान करने के योग्य हैं. फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में अमेरिकी चुनाव परियोजना द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आकड़ों के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव में 8 करोड़ से अधिक लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं. इसके साथ ही एक सदी से भी अधिक समय में सर्वाधिक भागीदारी के लिये मंच तैयार हो चुका है.
भाषणों, विज्ञापनों से लुभाने की कोशिश
शुरूआती मतदाता सूचना केंद्र संचालित करने वाले रीड कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक पॉल ग्रोंक ने कहा कि हम बहुत ही उत्साहित, रुचि लेने वाला निर्वाचक मंडल देख रहे हैं और हम ऐसी जनता देख रहे हैं जो इस संदेश पर प्रतिक्रिया कर रहे हैं कि आपको शुरूआत में ही मतदान करने की जरूरत है. रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी, दोनों दलों द्वारा प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी समुदाय को विज्ञापनों, भाषणों और समुदाय के नेताओं द्वारा लुभाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
भारतीय-अमेरिकी समुदाय साबित होंगे निर्णायक
डेमोक्रेटिक राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष थॉमस पेरेज ने कहा है कि भारतीय-अमेरिकी के वोट अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में निर्णायक साबित होंगे. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत रह चुकीं निक्की हेली ने हाल ही में कहा था कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने अमेरिका में काफी योगदान दिया है और यह दुनिया में सबसे अच्छा देश है, लेकिन हमें उनका संरक्षण करना होगा. इसलिए, हमें इस बात की जरुरत है कि अमेरिकी समुदाय यह याद रखे कि राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में बेरोजगारी की दर सबसे कम रही और व्यापार को फलने-फूलने का अवसर प्रदान किया है.
ट्रंप के कार्यकाल में भारत से मजबूत हुए संबंध
उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंध कभी मजबूत नहीं रहा था. भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है जो हमारे मूल्यों को साझा करता है और राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अच्छा तालमेल है. अब हम उनके साथ रक्षा एवं व्यापार और अन्य क्षेत्रों में साझेदारी कर रहे हैं. कई भारतीय-अमेरिकी हेली की बातों से सहमत नजर आ रहे हैं और उन्हें लगता है कि ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में वोट देना उनके लिये बेहतर विकल्प रहेगा.
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भारतीयों को पसंद है कानून का राज
ह्यूस्टन में भारतीय-अमेरिका समुदाय के नेता अचलेश अमर ने कहा कि ट्रंप के पक्ष में मतदान के लिये प्रेरित करने का मुख्य कारण यह है कि भारतीयों को कानून का राज पसंद है. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष नेताओं की कश्मीर और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर प्रतिकूल टिप्पणियों ने कई भारतीय मतदाताओं को नाराज किया है. चीन और पाकिस्तान के साथ टकराव तथा भारत को हाल ही में अमेरिका द्वारा दिये गये समर्थन को सराहा गया है. अमेरिकी चुनाव विशेषज्ञ एवं नालंदा इंटरनेशनल, यूएस के कार्यकारी निदेशक विभूति झा को उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत का किये गये समर्थन के आधार पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के ट्रंप के पक्ष में मतदान करने की संभावना है.