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संयुक्त राष्ट्र में पाक हुआ शर्मसार, भारत ने दिखाया आईना

संयुक्‍त राष्‍ट्र में पाकिस्‍तान के व‍िदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया, जिस पर भारत ने करारा जवाब द‍िया है. भारत ने कहा क‍ि पाकिस्‍तान आतंकवाद का गढ़ है और आतंकियों को पनाह देता है.

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Published : Sep 22, 2020, 12:49 PM IST

Updated : Sep 22, 2020, 2:13 PM IST

संयुक्त राष्ट्र: भारत ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र में कोई अधूरा एजेंडा है, तो वह है आतंकवाद से और ऐसे देश से निपटना जिसे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद का केंद्र माना जाता है, जो आतंकवादियों को आश्रय तथा प्रशिक्षण देता है और उन्हें शहीद बताकर उनकी सराहना करता है.

प्रतिक्रिया देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने सोमवार को कहा, पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसे दुनियाभर में आतंकवाद का केंद्र माना जाता है, जो आतंकवादियों को पनाह तथा प्रशिक्षण देता है और उन्हें शहीदों का दर्जा देता है. साथ ही धार्मिक तथा जातीय अल्पसंख्यकों को लगातार सता रहा है.

मैत्रा का इशारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के देश की संसद में दिए उस बयान की ओर था, जिसमें उन्होंने अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया था.

उन्होंने कहा, केन्द शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में किए गए दुर्भावनापूर्ण संदर्भ को हम खारिज करते हैं, यह भारत का एक अभिन्न हिस्सा है. अगर संयुक्त राष्ट्र में कोई अधूरा एजेंडा है तो वह आतंकवाद के खतरे से निपटने का है.

संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुलाई गई महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने संबोधन में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मामला उठाया था.

कुरैशी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर और फलस्तीन संयुक्त राष्ट्र के सबसे पुराने विवाद हैं और जम्मू-कश्मीर के लोग अब भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा उन्हें आत्मनिर्णय का अधिकार दिलाने का वादा पूरा होने का इंतजार कर रहे है.

उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान इस तरह के मंच का इस्‍तेमाल बार-बार आरोप लगाने के लिए करता रहा है. पाकिस्‍तान के प्रतिनिधि का जो हमने विचार सुना वह भारत के आतंरिक मामले में कभी न खत्‍म होने वाला मनगढ़ंत विचार है.

मैत्रा ने कहा कि भारत कुरैशी के जम्‍मू-कश्‍मीर के दुर्भावनापूर्ण उल्‍लेख को खारिज करता है जो भारत का अभिन्‍न अंग है.

पढ़ें :- संयुक्त राष्ट्र की बैठक, पीएम मोदी ने किया सुधारित बहुपक्षवाद का आह्वान

भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि अगर संयुक्‍त राष्‍ट्र में कोई ऐसा अजेंडा जो पूरा नहीं हुआ है तो वह बढ़ते आतंकवाद से निपटना है. पाकिस्‍तान एक ऐसा देश है जो विश्व स्तर पर आतंकवाद के केंद्र के रूप में कुख्‍यात है. पाकिस्‍तान ने खुद आतंकवादियों को शरण देने और प्रशिक्षण देने साथ ही उन्‍हें शहीद का दर्जा देने को स्‍वीकार किया है. वहीं खुद पाकिस्तान अल्‍पसंख्‍यकों पर अत्याचार करता है.

संयुक्त राष्ट्र: भारत ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र में कोई अधूरा एजेंडा है, तो वह है आतंकवाद से और ऐसे देश से निपटना जिसे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद का केंद्र माना जाता है, जो आतंकवादियों को आश्रय तथा प्रशिक्षण देता है और उन्हें शहीद बताकर उनकी सराहना करता है.

प्रतिक्रिया देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने सोमवार को कहा, पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसे दुनियाभर में आतंकवाद का केंद्र माना जाता है, जो आतंकवादियों को पनाह तथा प्रशिक्षण देता है और उन्हें शहीदों का दर्जा देता है. साथ ही धार्मिक तथा जातीय अल्पसंख्यकों को लगातार सता रहा है.

मैत्रा का इशारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के देश की संसद में दिए उस बयान की ओर था, जिसमें उन्होंने अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया था.

उन्होंने कहा, केन्द शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में किए गए दुर्भावनापूर्ण संदर्भ को हम खारिज करते हैं, यह भारत का एक अभिन्न हिस्सा है. अगर संयुक्त राष्ट्र में कोई अधूरा एजेंडा है तो वह आतंकवाद के खतरे से निपटने का है.

संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुलाई गई महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने संबोधन में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मामला उठाया था.

कुरैशी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर और फलस्तीन संयुक्त राष्ट्र के सबसे पुराने विवाद हैं और जम्मू-कश्मीर के लोग अब भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा उन्हें आत्मनिर्णय का अधिकार दिलाने का वादा पूरा होने का इंतजार कर रहे है.

उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान इस तरह के मंच का इस्‍तेमाल बार-बार आरोप लगाने के लिए करता रहा है. पाकिस्‍तान के प्रतिनिधि का जो हमने विचार सुना वह भारत के आतंरिक मामले में कभी न खत्‍म होने वाला मनगढ़ंत विचार है.

मैत्रा ने कहा कि भारत कुरैशी के जम्‍मू-कश्‍मीर के दुर्भावनापूर्ण उल्‍लेख को खारिज करता है जो भारत का अभिन्‍न अंग है.

पढ़ें :- संयुक्त राष्ट्र की बैठक, पीएम मोदी ने किया सुधारित बहुपक्षवाद का आह्वान

भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि अगर संयुक्‍त राष्‍ट्र में कोई ऐसा अजेंडा जो पूरा नहीं हुआ है तो वह बढ़ते आतंकवाद से निपटना है. पाकिस्‍तान एक ऐसा देश है जो विश्व स्तर पर आतंकवाद के केंद्र के रूप में कुख्‍यात है. पाकिस्‍तान ने खुद आतंकवादियों को शरण देने और प्रशिक्षण देने साथ ही उन्‍हें शहीद का दर्जा देने को स्‍वीकार किया है. वहीं खुद पाकिस्तान अल्‍पसंख्‍यकों पर अत्याचार करता है.

Last Updated : Sep 22, 2020, 2:13 PM IST
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