न्यूयॉर्क : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की 74वीं बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वे यहां विश्व नेताओं के इस मंच पर खड़े हैं, जहां उनके पास दुनिया की समस्याओं पर चर्चा करने का मौका है.
बिंदुवार पढ़ें इमरान खान की बातें
- मैंने जलवायु परिवर्तन के बारे में बात की, मैंने कई नेताओं को इस बारे में बात करते देखा है. लेकिन मैं दुनिया के नेताओं को स्थिति की तात्कालिकता को वास्तव में महसूस नहीं करता हूं.
- हमारे पास बहुत सारे विचार हैं, लेकिन जैसा कि उन्होंने कहा, वित्त पोषण के बिना विचार केवल एक भूल है.
- पाकिस्तान जलवायु परिवर्तन से प्रभावित दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है. हम नदियों पर निर्भर हैं.
- हम मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान देश हैं. हमारा 80 प्रतिशत पानी ग्लेशियरों से आता है और ये खतरनाक गति से पिघल रहे हैं.
- हमने अपने पहाड़ों में 5000 ग्लेशियर झीलों का पता लगाया. अगर कुछ नहीं किया गया तो हमें डर है कि पूरा मानव समाज भारी तबाही के मुहाने पर होगा.
-
अगर हम लूटे हुए धन को दोबारा प्राप्त करते हैं, तो हम इसे मानव विकास पर खर्च कर सकते हैं. लेकिन यहां अपराधियों को संरक्षण देने वाले कानून हैं. हमारे पास लाखों डॉलर के वकील रखने के लिए पैसे नहीं हैं.
इमरान खान ने कहा कि जब हमारे पैसे सत्तारूढ़ वर्ग द्वारा लूट लिए गए , तो हम अपनी 220 मिलियन आबादी पर कैसे खर्च करें? और जब हम इन भ्रष्ट नेताओं के धन को हासिल करने की कोशिस करते हैं तो हमें इसे फिर से प्राप्त करने में बहुत कठिनाई आती है.
उन्होंने कहा कि जब मैंने एक साल पहले अपने देश की हमारी सरकार का कार्यभार संभाला था, तो 10 वर्षों में लिए गए हमारे कुल ऋण में 4 गुना वृद्धि हो गई थी. नतीजन हमने साल में जो राजस्व इकठ्ठा किया उसका आधा हिस्सा कर्जे में चला गया.
पाकिस्तान पीएम ने कहा भ्रष्टाचार विकासशील शब्द को प्रभावित कर रहा है. जिसके चलते अमीर और गरीब देशों के बीच का अंतर बढ़ रहा है. मनी लॉन्ड्रिंग को ड्रग मनी या आतंकी वित्तपोषण के समान नहीं माना जाता है. आज गरीब देशों को उनके उच्च वर्ग द्वारा लूटा जा रहा है. हर साल अरबों डॉलर गरीब से अमीर देशों में चला जाता. यह विनाशकारी है.
उन्होंने कहा कि अमीर देश जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में सबसे अधिक योगदान करते हैं उन्हें जवाबदेह बनाना चाहिए.इमरान ने आगे कहा कि मेरी मानना है कि भगवान ने मनुष्यों को महान शक्तियां दी हैं. हम बड़े काम कर सकते हैं. और यह वह जगह है जहां मैं चाहता हूं कि संयुक्त राष्ट्र इस इच्छा को लागू करने का नेतृत्व करे.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के एक प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में, हमने 5 साल में एक अरब पेड़ लगाए. अब हम 10 बिलियन पेड़ों को लक्षित कर रहे हैं. लेकिन एक देश कुछ नहीं कर सकता. इसके लिए दुनिया का संयुक्त प्रयास होना चाहिए.