वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पुलिस हिरासत में अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों को घरेलू आतंकवाद ने जकड़ लिया है.
ट्रंप ने एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान कहा 'यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन नहीं हैं, बल्कि यह घरेलू आतंक है' निर्दोष लोगों का खून बहाना भगवान और मानवता दोनों के लिए अपराध है.
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका में फैली हिंसा और अराजकता पेशेवर आंदोलनकारियों के भड़काने का काम है, जिसने एंटीफा को भी पीछे छोड़ दिया है. ट्रंप ने कहा कि राष्ट्र में कानून और व्यवस्था को लागू करने के लिए उन्हें नोटिस दिया गया है.
उन्होंने आगे कहा, 'जो लोग निर्दोष जीवन और संपत्ति की धमकी देते हैं, उन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मैं चाहता हूं कि इस आतंक के आयोजकों को नोटिस दिया जाए कि उन्हें गंभीर आपराधिक दंड और जेल की लंबी सजा का सामना करना पड़ेगा. इसमें एंटीफा और अन्य ऐसे लोग शामिल हैं जो, इन्हें भड़काने वाले हैं.'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस समस्या का जल्द समाधान करने के लिए देशभर में 1807 कानून लागू करने पर विचार कर रहे हैं.
ट्रंप ने एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान कहा कि वॉशिंगटन की सुरक्षा के लिए निर्णायक कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा, 'मैं दंगे और प्रदर्शनों को रोकने के लिए हजारों सशस्त्र सैनिक, सैन्य कर्मियों और प्रवर्तन अधिकारियों को भेज रहा हूं.'
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में मेरा पहला कर्तव्य है कि मैं दूसरे संशोधन अधिकारों सहित कानून का पालन करने वाले अमेरिकियों के अधिकारों की रक्षा करुं.
उन्होंने कहा, 'इसके लिए मैं सभी उपलब्ध संघीय संसाधनों, नागरिक और सेना को इकट्ठा कर रहा हूं, ताकि दंगा और लूटपाट को रोका जा सके, विनाश और आगजनी को समाप्त किया जा सके.'
मीडिया के संबोधन के बाद ट्रंप ह्वाइट हाउस के पास सेंट जॉन्स चर्च गए. ट्रंप की यात्रा से पहले कानून प्रवर्तन ने प्रदर्शनकारियों को क्षेत्र से बाहर कर दिया था.
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