सवाना: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका यूरोप में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है (Deployment of additional US troops). उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सहयोगी देशों में पहले ही हजारों की संख्या में सैनिक भेजे जा चुके हैं. सवाना में हंटर एयरफील्ड में एक स्थान पर 87वीं ‘डिवीजन सस्टेनमेंट सपोर्ट बटालियन’ और ‘तीसरी डिवीजन सस्टेनमेंट ब्रिगेड’ के लगभग 130 सैनिक इकट्ठा हुए और इसके बाद ये बाहर निकल कर विमान में सवार हुए.
जार्जिया से रिपब्लिकन पार्टी के सांसद एर्ल 'बडी' कार्टर अन्य लोगों के साथ वहां मौजूद थे. डिवीजन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल लिंडसे एल्डर ने बताया कि इससे पहले सेना की तीसरी इंफैन्ट्री डिवीजन के कम से कम 3,800 सैनिकों को निकट के फोर्ट स्टीवार्ट से अन्य जगह तैनात किया गया है.
ये भी पढ़ें- बाइडेन की चेतावनी- रूस-यूक्रेन जंग में अगर NATO कूदा तो होगा '3rd World WAR'
तीसरी इंफैन्ट्री डिवीजन के कमांडर मेजर जनरल चार्ल्स कोस्टान्जा ने हाल में कहा था कि सैनिकों को फिलहाल विदेश में छह महीने की तैनाती के लिए तैयार रहने को कहा गया है, यूक्रेन में हालात के मद्देनजर इसे बढ़ाया अथवा घटाया जा सकता है. पेंटागन ने विभिन्न अमेरिकी सैन्य अड्डों से यूरोप के लिए लगभग 12,000 सैनिकों को भेजने के आदेश दिए हैं. इस सैनिकों का एक काम नाटो सहयोगियों के सैनिकों को प्रशिक्षण देना भी है.
(पीटीआई-भाषा)