वॉशिंगटन : अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद व्यापक और उग्र विरोध के दौरान कुछ अज्ञात प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था. इस घटना को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अत्यंत अपमानजनक बताया है.
भारतीय दूतावास के सामने स्थित प्रतिमा से की गई छेड़छाड़ के बाद दूतावास ने स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के समक्ष इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. यह घटना मिनियापोलिस में 25 मई को पुलिस हिरासत में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के खिलाफ भड़के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों के दौरान हुई.
ट्रंप ने सोमवार को ह्वाइट हाउस में घटना के बारे में कहा कि 'यह अपमानजनक है'. भारतीय दूतावास इस मामले की प्रारंभिक जांच अमेरिकी विदेश विभाग, मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस के साथ कर रहा है. साथ ही पार्क में मूर्ति की मरम्मत के लिए काम किया जा रहा है.
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बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने फरवरी में अपनी भारत यात्रा के दौरान अहमदाबाद के गांधी आश्रम में काफी समय बिताया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप इस ऐतिहासिक जगह के बारे में बताया था.
ट्रंप ने 24 फरवरी को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रंप रैली में अपने संबोधन के दौरान कहा था, 'फर्स्ट लेडी और मुझे महात्मा गांधी के आश्रम, जहां से उन्होंने प्रसिद्ध डांडी मार्च का शुभारंभ किया, में जाने का आनंद मिला है.' ह्वइट हाउस की दीवारों पर ट्रंप और फर्स्ट लेडी के अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की यात्रा के दौरान गांधी के चरखा के साथ ली गई तस्वीरें दिखाई देती हैं.
'ट्रंप अभियान ने घटना को अत्यंत निराशाजनक करार दिया है', प्रेसिडेंट इंक के लिए डोनाल्ड ट्रंप की सलाहकार एवं ट्रंप विक्टरी फाइनेंस कमिटीज की राष्ट्रीय अध्यक्ष किंबरले गुइलफोयल ने ट्वीट किया.
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वहीं उत्तर कैरोलीना के सांसद टॉम टिलिस ने कहा, 'डीसी में गांधी की प्रतिमा को हानि पहुंचता देखना अपमानजनक है.' उन्होंने कहा, 'गांधी शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अगुआ हैं, जिन्होंने दिखाया कि यह क्या बदलाव ला सकता है. दंगा, लूट और तोड़-फोड़ हमें साथ नहीं ला सकते.'
वहीं भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर ने गांधी की प्रतिमा के अपमान पर माफी मांगी है. राजदूत केनेथ जस्टर ने कहा, 'वाशिंगटन डीसी में गांधी की प्रतिमा को पहुंचाई गई हानि देखकर बहुत दुख हुआ. कृपया हमारी क्षमा स्वीकार करें.'
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उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'जॉर्ज फ्लॉयड की दर्दनाक मौत के साथ ही भयंकर हिंसा एवं तोड़फोड़ से स्तब्ध हूं. हम किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह एवं भेदभाव के खिलाफ हैं. हम जल्द ही इससे उबरेंगे और बेहतर बनेंगे.'
वाशिंगटन डीसी में सरकारी भूमि पर चंद विदेशी नेताओं की प्रतिमा में से एक, गांधी की प्रतिमा को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की उपस्थिति में 16 सितंबर, 2000 को देश की यात्रा के दौरान समर्पित किया था.