सैन फ्रांसिस्को: एक चीनी शोधकर्ता पर आरोप लगा है कि उसने वीजा आवेदन में चीनी सेना से अपने संबंध छिपाने की कोशिश की ताकि वह अमेरिका में काम कर सके. उसे उत्तरी कैलिफोर्निया की जेल में रखा गया है. बताया जा रहा है कि सोमवार को संघीय अदालत में उसे पेश किया जाएगा.
37 वर्षीय जुआन तांग को अमेरिकी मार्शल ने गिरफ्तार किया. न्याय विभाग ने तांग और अमेरिका में रहने वाले तीन अन्य वैज्ञानिकों के खिलाफ आरोपों की घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सदस्य के रूप में अपनी पहचान छिपाई. उन सभी पर वीजा आवेदन के लिए धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है.
तांग चार लोगों में से सबसे आखिरी में पकड़ी गई जब सैन फ्रांसिस्को स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास पर यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट ने ये आरोप लगाया कि चीनी दूतावास ने भगोड़ों को अपने यहां पनाह दी है. दूतावास ने वाणिज्य दूतावास ने तुरंत ईमेल और फेसबुक संदेशों का जवाब नहीं दिया और जिसपर उनसे टिप्पणी मांगी गई थी और टेलीफोन के जरिए संदेश छोड़ना संभव नहीं था.
न्याय विभाग ने कहा कि तांग ने पिछले अक्टूबर में एक वीजा आवेदन और उसके बाद एक एफबीआई साक्षात्कार में अपने चीन के साथ सैन्य संबंधों के बारे में झूठ बोला था. तांग ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय डेविस में काम करने के लिए वीजा के लिए आवेदन किया था. एजेंटों को चीनी सैन्य वर्दी में तांग की तस्वीरें मिलीं और चीन में उनके सैन्य संबद्धता की पहचान करते हुए कुछ लेख भी मिले.
यूसी डेविस ने कहा कि तांग ने जून में ऑन्कोलॉजी विभाग में एक शोधकर्ता के रूप में अपनी नौकरी छोड़ दी थी. विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि उसका शोध चीन के शिक्षा मंत्रालय से फंडेड था.
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एजेंटों ने कहा कि उनका मानना है कि तांग ने 20 जून को डेविस में उसके घर पर साक्षात्कार के बाद वाणिज्य दूतावास में शरण ली. एफबीआई 25 से अधिक अमेरिकी शहरों में विदेशी वीजा धारकों से पूछताछ कर रही है, जिन पर चीनी सेना से अपना संबंध छिपाने का संदेह है.