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बाइडेन के कार्यकाल में पांच लाख भारतीयों को अमेरिकी नागरिकता मिलने की संभावना

राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यह जानकारी दी गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन के पास अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके 14 साल पुराने ख्वाब को पूरा करने का एक मौका है. माना जा रहा है कि बाइडेन के कार्यकाल में भारत के 5 लाख लोगों को अमेरिकी नागरिकता भी मिलेगी.

भारत और अमेरिका  अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन
भारत और अमेरिका अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन
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Published : Nov 8, 2020, 2:07 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन भारत के लगभग पांच लाख से अधिक लोगों को अमेरिकी नागरिकता दे सकते हैं. बाइडेन के नीति पत्र के मुताबिक अमेरिका का नया प्रशासन भारत सहित लगभग 11 मिलियन अप्रवासियों के लिए अमेरिकी नागरिकता का रास्ता साफ कर सकता है. इसके अलावा बाइडेन की अगुवाई में अमेरिकी प्रशासन सालाना न्यूनतम 95,000 शरणार्थियों को प्रवेश दे सकता है.

अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन का प्रशासन भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनवाने में मदद करने, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग जारी रखने जैसे कदमों के साथ भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता देगा.

राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यह जानकारी दी गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन के पास अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके 14 साल पुराने ख्वाब को पूरा करने का एक मौका है. इसे पुराना ख्वाब इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बाइडेन ने दिसंबर, 2006 में एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा था मेरा ख्वाब है कि 2020 में दुनिया के दो सबसे करीबी मुल्क भारत और अमेरिका हों अगर ऐसा होता है तो दुनिया पहले से अधिक सुरक्षित होगी.

बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यही बात दोहराई गई है और बताया गया है कि वह इसे कैसे अमल में लाएगें. इस सूची में शीर्ष पर है भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए प्रयास करना, आतंकवाद पर सहयोग जारी रखना, जलवायु परिवर्तन और द्विपक्षीय व्यापार में कई गुना वृद्धि की दिशा में काम करते हुए संबंधों को मजबूत बनाना है.

नीति पत्र में कहा गया है कि बाइडेन ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में और बराक ओबामा प्रशासन में उप राष्ट्रपति के रूप में सामरिक सहयोग को प्रगाढ़ करने में, लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने और वैश्विक चुनौतियों पर भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है.

नीति पत्र में कहा गया है कि कोई भी साझा वैश्विक चुनौती भारत और अमेरिका के जिम्मेदार सहयोगियों की तरह काम किए बगैर दूर नहीं की जा सकती. साथ मिलकर हम आतंकवाद-रोधी साझेदार के रूप में भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करते रहेंगे, स्वास्थ्य तंत्र और महामारी के लिए तैयारी में सुधार करेंगे, और उच्च शिक्षा, अंतरिक्ष खोज और मानवीय राहत जैसे क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करेंगे.

नाति पत्र में कहा गया कि ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने रणनीतिक, रक्षा, आर्थिक, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को गहरा करना जारी रखा और अमेरिका-भारत साझेदारी को बढ़ाने में बाइडेन की भूमिका अहम थी.

पढ़ें : भारत के साथ भागीदारी का बहुत सम्मान करता हूं: बाइडेन

राष्ट्रपति चुनाव की आधिकारिक बहस के दौरान जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ट्रंप ने भारत को 'गंदा' बताया था, जिसके बाद बाइडेन ने उनकी आलोचना की थी. बाइडेन ने ट्वीट किया था राष्ट्रपति ट्रंप भारत को गंदा बता रहे हैं. दोस्तों के बारे में ऐसे नहीं बोलते हैं और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से आप इस तरह से नहीं निपट सकते. दो दिन पहले बाइडेन ने ट्वीट किया हम भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को महत्व देना जारी रखेंगे. ट्रंप के लिए फोटो खिंचवाने का मौका है, मगर मेरे लिए ये काम पूरा करने के लिए है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन भारत के लगभग पांच लाख से अधिक लोगों को अमेरिकी नागरिकता दे सकते हैं. बाइडेन के नीति पत्र के मुताबिक अमेरिका का नया प्रशासन भारत सहित लगभग 11 मिलियन अप्रवासियों के लिए अमेरिकी नागरिकता का रास्ता साफ कर सकता है. इसके अलावा बाइडेन की अगुवाई में अमेरिकी प्रशासन सालाना न्यूनतम 95,000 शरणार्थियों को प्रवेश दे सकता है.

अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन का प्रशासन भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनवाने में मदद करने, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग जारी रखने जैसे कदमों के साथ भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता देगा.

राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यह जानकारी दी गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन के पास अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके 14 साल पुराने ख्वाब को पूरा करने का एक मौका है. इसे पुराना ख्वाब इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बाइडेन ने दिसंबर, 2006 में एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा था मेरा ख्वाब है कि 2020 में दुनिया के दो सबसे करीबी मुल्क भारत और अमेरिका हों अगर ऐसा होता है तो दुनिया पहले से अधिक सुरक्षित होगी.

बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यही बात दोहराई गई है और बताया गया है कि वह इसे कैसे अमल में लाएगें. इस सूची में शीर्ष पर है भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए प्रयास करना, आतंकवाद पर सहयोग जारी रखना, जलवायु परिवर्तन और द्विपक्षीय व्यापार में कई गुना वृद्धि की दिशा में काम करते हुए संबंधों को मजबूत बनाना है.

नीति पत्र में कहा गया है कि बाइडेन ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में और बराक ओबामा प्रशासन में उप राष्ट्रपति के रूप में सामरिक सहयोग को प्रगाढ़ करने में, लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने और वैश्विक चुनौतियों पर भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है.

नीति पत्र में कहा गया है कि कोई भी साझा वैश्विक चुनौती भारत और अमेरिका के जिम्मेदार सहयोगियों की तरह काम किए बगैर दूर नहीं की जा सकती. साथ मिलकर हम आतंकवाद-रोधी साझेदार के रूप में भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करते रहेंगे, स्वास्थ्य तंत्र और महामारी के लिए तैयारी में सुधार करेंगे, और उच्च शिक्षा, अंतरिक्ष खोज और मानवीय राहत जैसे क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करेंगे.

नाति पत्र में कहा गया कि ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने रणनीतिक, रक्षा, आर्थिक, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को गहरा करना जारी रखा और अमेरिका-भारत साझेदारी को बढ़ाने में बाइडेन की भूमिका अहम थी.

पढ़ें : भारत के साथ भागीदारी का बहुत सम्मान करता हूं: बाइडेन

राष्ट्रपति चुनाव की आधिकारिक बहस के दौरान जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ट्रंप ने भारत को 'गंदा' बताया था, जिसके बाद बाइडेन ने उनकी आलोचना की थी. बाइडेन ने ट्वीट किया था राष्ट्रपति ट्रंप भारत को गंदा बता रहे हैं. दोस्तों के बारे में ऐसे नहीं बोलते हैं और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से आप इस तरह से नहीं निपट सकते. दो दिन पहले बाइडेन ने ट्वीट किया हम भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को महत्व देना जारी रखेंगे. ट्रंप के लिए फोटो खिंचवाने का मौका है, मगर मेरे लिए ये काम पूरा करने के लिए है.

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