कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Australia's Prime Minister Scott Morrison) ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को देश में आने के लिए अगले साल तक इंतजार करना होगा. वहीं कार्य कुशल प्रवासियों तथा छात्रों की वापसी को प्राथमिकता दी जाएगी.
मॉरिसन ने कहा कि उम्मीद है कि मंगलवार को देश में टीकाकरण का दायरा उस सीमा तक पहुंच जाएगा, जिसके बाद देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
बता दें, पिछले हफ्ते टीकाकरण वाले नागरिकों और स्थायी निवासियों को नवंबर से पहली बार विदेश जाने की अनुमति देने की योजना की रूपरेखा तैयार की गई, क्योंकि पिछले साल मार्च में असाधारण रूप से कठिन यात्रा प्रतिबंध लागू हुआ था.
मॉरिसन ने मंगलवार को कहा कि आस्ट्रेलियाई लोगों के बाद अगली प्राथमिकता कुशल प्रवासियों और अंतरराष्ट्रीय छात्रों की होगी जो पर्यटकों से पहले ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश करेंगे.
महामारी प्रतिबंधों के कारण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ऑस्ट्रेलियाई आप्रवासन (Australian immigration) अपने सबसे निचले स्तर पर रहा है. इसके अलावा महामारी का ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों पर भी विनाशकारी प्रभाव पड़ा है जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों द्वारा भुगतान की जाने वाली फीस पर बहुत अधिक निर्भर हैं. शिक्षा क्षेत्र को डर है कि अगर ऑस्ट्रेलिया जल्द ही उनके लिए अपनी सीमा नहीं खोल देता तो छात्र दूसरे देशों में दाखिला ले लेंगे.
मॉरिसन ने कहा, मेरा मानना है हम अंतरराष्ट्रीय विजिटर्स से अगले साल मिलेंगे.
ऑस्ट्रेलियाई पर्यटन निर्यात परिषद (Australian Tourism Export Council), जो एक ऐसे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती है, जिसने महामारी से पहले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों से एक वर्ष में 45 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (33 बिलियन डॉलर) कमाए, वह चाहते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय विजिटर्स मार्च तक वापस आ जाएं.
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बता दें, गत सप्ताह प्रधानमंत्री ने टीका ले चुके नागरिकों और स्थायी निवासियों को विदेश यात्रा करने की अनुमति देने की योजना का खाका पेश किया था.
(एपी)