जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका ने रोबेन द्वीप पर जेल की उस कोठरी की चाबी की नीलामी रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने शुरू कर दिए हैं जहां नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) ने देश के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति बनने से पहले राजनीतिक कैदी के तौर अपने जीवन के 27 वर्षों में से 18 वर्ष बिताए थे.
अमेरिका के ग्वेर्नसे ऑक्शंस ने 28 जनवरी को इस ऑनलाइन नीलामी की घोषणा की है. इस नीलामी से 10 लाख पाउंड से अधिक धनराशि प्राप्त होने की उम्मीद है.
खेल, कला एवं संस्कृति मंत्री नाथी म्थेथ्वा (Sports arts and culture minister Nathi Mthethwa) ने उन खबरों की जांच के आदेश दिए हैं जिनमें कहा गया है कि मंडेला के जेलर रहे क्रिस्टो ब्रांड ने ग्वेर्नसे को चाबी दे दी थी और वह मंडेला के सत्ता में आने के बाद सुलह की कोशिशों के तौर पर बाद में रोबेन द्वीप पर एक टूर गाइड बन गया था.
मंत्री ने कहा कि यह गंभीर मामला है जिस पर उच्च स्तर पर काफी ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रोबेन द्वीप की जेल की कोठरियों की प्रमुख चाबी अब भी वहां है तो यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि क्या मंडेला की जेल की कोठरी की नकली चाबी बनायी गयी. उन्होंने कहा, 'यह चाबी दक्षिण अफ्रीका के लोगों की है. यह किसी का भी निजी सामान नहीं है.'
ये भी पढ़ें - भारतीय मूल के न्यायाधीश दक्षिण अफ्रीका की सर्वोच्च न्यायिक पीठ में नियुक्त
म्थेथ्वा ने कहा कि रोबेन द्वीप एक राष्ट्रीय स्मारक और राष्ट्रीय संग्रहालय है तथा यूनेस्को ने 1999 में इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को उनके विभाग की कई बैठकें हुईं जहां यह सामने आया कि केवल चाबी की ही नीलामी नहीं की जा रही है बल्कि और भी सामान हैं.
इससे पहले नीलामी करने वाली कंपनी ने कहा कि नीलामी के सामान में मंडेला का चश्मा, उनकी मुठ्ठी का कांसे का सांचा, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और संयुक्त राष्ट्र से उन्हें मिली कलम शामिल है. पूर्व राजनीतिक कैदी संघ ने एक अलग बयान में चाबी को बेचने के लिए जिम्मेदार शख्स की गिरफ्तारी की मांग की.
(पीटीआई-भाषा)