हरारे : झूठ बोलने के लिए आरोप में गिरफ्तार जिम्बाब्वे के पत्रकार को आइसोलेशन में भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि वह उन लोगों के नाम उजागर करने वाले थे, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था.
जिम्बाब्वे पुलिस ने शुक्रवार को पांच महीने में तीसरी बार होपवेल चिनोनो को गिरफ्तार किया है. ताजा गिरफ्तारी के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि पुलिस ने इस सप्ताह कोविड-19 लॉकडाउन नियमों को लागू करने के बाद नियमों का उल्लंघन करने पर एक लड़के को पीट-पीटकर मार डाला. हालांकि पुलिस ने इस सूचना को झूठा बताया.
इससे पहले शनिवार को सुनवाई को दौरान उनके वकीलों ने उनकी स्वतंत्रता को लेकर बहस की और कहा कि उनकी गिरफ्तारी अवैध थी, लेकिन अदालत उनकी सुनवाई पूरी नहीं हो सकी और अदालत ने उन्हें रिमांड पर भेज दिया.
उनके वकील हैरिसन नकोमो ने कहा कि चिनोनो उन लोगों के नाम उजागर करने वाले थे, जिन्होंने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था - यही कारण है कि उसे घर पर रहने की अनुमति दी जानी चाहिए.
दूसरी ओर, अभियोजन पक्ष ने दलील दी कि सभी को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें उस समय तक जेल भेजा जाए, जब तक कि उनकी जांच नहीं हो जाती.
इसके बाद मजिस्ट्रेट लाजिनी नेकुब ने आदेश दिया कि चिनोनो को अन्य कैदियों से अलग जेल में ले जाया जाए, और उसे अलग-थलग रखा जाए. मामले कि सुनवाई सोमवार को भी जारी रहेगी.
मजिस्ट्रेट ने कहा कि चिनोनो को कंबल और गर्म पानी मुहैया कराया जाना चाहिए.
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नवीनतम गिरफ्तारी से पहले, चिनोनो जुलाई में सरकार विरोधी प्रदर्शन के समर्थन के लिए हिंसा भड़काने और राष्ट्रीय अभियोजन एजेंसी के भीतर भ्रष्टाचार का दावा करने के साथ कोर्ट की अवामानना केस में वो जमानत पर बाहर थे.
बता दें कि चिनोनो राष्ट्रपति इम्मेरसन म्नांगगवा के मुख्य आलोचकों में से एक हैं.