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'द कश्मीर फाइल्स' निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दिल्ली हाईकोर्ट से मांगी माफी, यह है वजह - बॉलीवुड ताजा खबर

'द कश्मीर फाइल्स' निर्माता विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने मंगलवार को न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर के खिलाफ अपने ट्वीट के लिए उच्च न्यायालय से माफी मांगी है.

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Published : Dec 6, 2022, 5:42 PM IST

मुंबई: फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने (Vivek Agnihotri) मंगलवार को न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर के खिलाफ अपने ट्वीट के लिए उच्च न्यायालय से माफी मांगी है. अग्निहोत्री ने न्यायाधीश के खिलाफ अपना बयान वापस लेकर माफी मांगते हुए एक हलफनामा दायर किया है. मुरलीधर (दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश) वर्तमान में उड़ीसा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं. जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल और तलवंत सिंह की खंडपीठ ने अग्निहोत्री की दलील दर्ज करने के बाद सुनवाई टाल दी. वह 16 मार्च, 2023 को माफी मांगने के लिए कोर्ट में उपस्थित रहेंगे.

मामले में पीठ ने कहा, हम उनसे (अग्निहोत्री) उपस्थित रहने के लिए कह रहे हैं क्योंकि वह अवमाननाकर्ता हैं. क्या उन्हें कोई परेशानी है, अगर उन्हें व्यक्तिगत रूप से खेद व्यक्त करना है? तो यह एक हलफनामे के माध्यम से व्यक्त नहीं किया जा सकता है. बता दें कि अग्निहोत्री ने जस्टिस मुरलीधर के खिलाफ पक्षपात का आरोप लगाते हुए एक ट्वीट किया था. ट्वीट के बाद निर्देशक के खिलाफ अदालती अवमानना की कार्यवाही शुरू की गई.

'द कश्मीर फाइल्स' निर्देशक अग्निहोत्री का ट्वीट भीमा कोरेगांव मामले में कार्यकर्ता गौतम नवलखा को राहत देने वाले न्यायाधीश के संबंध में था. सितंबर में कोर्ट ने अग्निहोत्री के खिलाफ एकतरफा कार्यवाही करने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने माफी मांगते हुए एक हलफनामा दायर किया था. अग्निहोत्री ने अपने हलफनामे में कहा कि उन्होंने खुद जज के खिलाफ अपने ट्वीट डिलीट किए थे. हालांकि, एमिकस क्यूरी के वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद निगम ने बताया कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो सकता है, जिसने ट्वीट्स को डिलीट किया हो.

यह भी पढ़ें- मृणाल ठाकुर के लिए शानदार रहा 2022, बोलीं- अद्भुत वर्ष रहा

मुंबई: फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने (Vivek Agnihotri) मंगलवार को न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर के खिलाफ अपने ट्वीट के लिए उच्च न्यायालय से माफी मांगी है. अग्निहोत्री ने न्यायाधीश के खिलाफ अपना बयान वापस लेकर माफी मांगते हुए एक हलफनामा दायर किया है. मुरलीधर (दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश) वर्तमान में उड़ीसा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं. जस्टिस सिद्धार्थ मृदुल और तलवंत सिंह की खंडपीठ ने अग्निहोत्री की दलील दर्ज करने के बाद सुनवाई टाल दी. वह 16 मार्च, 2023 को माफी मांगने के लिए कोर्ट में उपस्थित रहेंगे.

मामले में पीठ ने कहा, हम उनसे (अग्निहोत्री) उपस्थित रहने के लिए कह रहे हैं क्योंकि वह अवमाननाकर्ता हैं. क्या उन्हें कोई परेशानी है, अगर उन्हें व्यक्तिगत रूप से खेद व्यक्त करना है? तो यह एक हलफनामे के माध्यम से व्यक्त नहीं किया जा सकता है. बता दें कि अग्निहोत्री ने जस्टिस मुरलीधर के खिलाफ पक्षपात का आरोप लगाते हुए एक ट्वीट किया था. ट्वीट के बाद निर्देशक के खिलाफ अदालती अवमानना की कार्यवाही शुरू की गई.

'द कश्मीर फाइल्स' निर्देशक अग्निहोत्री का ट्वीट भीमा कोरेगांव मामले में कार्यकर्ता गौतम नवलखा को राहत देने वाले न्यायाधीश के संबंध में था. सितंबर में कोर्ट ने अग्निहोत्री के खिलाफ एकतरफा कार्यवाही करने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने माफी मांगते हुए एक हलफनामा दायर किया था. अग्निहोत्री ने अपने हलफनामे में कहा कि उन्होंने खुद जज के खिलाफ अपने ट्वीट डिलीट किए थे. हालांकि, एमिकस क्यूरी के वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद निगम ने बताया कि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो सकता है, जिसने ट्वीट्स को डिलीट किया हो.

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