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बॉलीवुड वर्सेज साउथ सिनेमा पर बोले पीयूष मिश्रा- हमसे ज्यादा समझदार है साउथ फिल्म इंडस्ट्री

एक्टर के साथ ही बेहतरीन सिंगर का ताज पहनने वाले पीयूष मिश्रा ने फिल्म जगत को लेकर कई महत्वपूर्ण बात की. इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड वर्सेज साउथ सिनेमा से लेकर बॉलीवुड की बायकॉट ट्रेंड जैसे मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी.

Piyush Mishra
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Published : Dec 19, 2022, 6:32 PM IST

मुंबई: फेमस एक्टर-सिंगर पीयूष मिश्रा ने साउथ और हिंदी सिनेमा को लेकर अपनी बात कही. बातचीत के दौरान 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' एक्टर ने साउथ डायरेक्टर्स और उनकी फिल्मों की समझ को लेकर भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योगों के निर्देशक अधिक बुद्धिमान हैं, अधिक बुद्धि वाले हैं और हमारी (बॉलीवुड निर्देशकों) की तुलना में अधिक नवीन हैं. यह हमारी मूर्खता है कि हम इस पर काम कर रहे हैं.

Piyush Mishra
पीयूष मिश्रा

पीयूष मिश्रा ने कहा कि 'दक्षिण भारत की 'पुष्पा' जैसी फिल्में बहुत सारे एक्शन, हिंसा और आकर्षक दृश्यों के साथ विशेष शैली में पिरोकर इसे दर्शकों के सामने एक नए तरीके से प्रस्तुत किया गया. मैंने शंकर के साथ 'इंडियन 2' नामक एक दक्षिण भारतीय फिल्म में भी काम किया है. उनके साथ काम करने के मेरे पहले अनुभव में ही मुझे एहसास हुआ कि वह कितने इनोवेटिव हैं. वह एक ही कॉसेप्ट को विभिन्न तरीकों से प्रस्तुत करते हैं और संस्कृति का बेहतर प्रतिनिधित्व करते हैं.

'गुलाल' अभिनेता ने यह भी कहा कि तमिल और मलयालम जैसी दक्षिण भारतीय भाषाएं 'बहुत पुरानी भाषाएं' और बहुत पुरानी संस्कृतियों का हिस्सा हैं, यही वजह है कि वहां के फिल्म निर्माता 'अपनी फिल्मों के विवरण' पर बहुत अच्छी तरह से शोध करते हैं. जीवन को गहराई से प्रभावित करने वाली फिल्में अभी भी बन रही हैं. इस सवाल पर 59 वर्षीय एक्ट्रेस ने स्पष्ट कहा कि उत्तर भारत में ऐसी कोई फिल्म नहीं बन रही है.

हालांकि, इस बीच मिश्रा ने अपवाद के रूप में निर्देशक राजकुमार हिरानी और उनकी फिल्म 3 इडियट्स का उल्लेख किया. व्यावसायिक फिल्मों का मतलब है व्यापार के लिए बनाई गई कला इसलिए समानांतर फिल्में मौजूद नहीं हैं, जब तक आपकी फिल्में बड़े पैमाने पर लोगों का मनोरंजन नहीं कर रही हैं, उन्हें 'सिनेमा' नहीं कहा जा सकता है और दक्षिण भारतीय फिल्म निर्माता यह जानते हैं कि कैसे मनोरंजन करना है.

'भिंडी बाजार' एक्टर ने फिल्मों के खिलाफ भारत में हाल ही में उभरती 'बॉयकॉट ट्रेंड' के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए, इसे 'एक हद तक सही और गलत दोनों कहा. एक्टर एक बड़े बैंड के साथ अपनी 'आरंभ है प्रचंड' म्यूजिक प्रोग्राम सीरीज के भाग के रूप में रायपुर में प्रस्तुति देने के लिए तैयार हैं. वह 'तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा' (व्हाट्स योर स्टेटस पीयूष मिश्रा?) नामक एक किताब भी लिख रहे हैं, जो 13 जनवरी 2023 को आने वाली एक आत्मकथात्मक उपन्यास है.

यह भी पढ़ें: Money Laundering Case: मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी के सामने आज पेश होंगी एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह

मुंबई: फेमस एक्टर-सिंगर पीयूष मिश्रा ने साउथ और हिंदी सिनेमा को लेकर अपनी बात कही. बातचीत के दौरान 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' एक्टर ने साउथ डायरेक्टर्स और उनकी फिल्मों की समझ को लेकर भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योगों के निर्देशक अधिक बुद्धिमान हैं, अधिक बुद्धि वाले हैं और हमारी (बॉलीवुड निर्देशकों) की तुलना में अधिक नवीन हैं. यह हमारी मूर्खता है कि हम इस पर काम कर रहे हैं.

Piyush Mishra
पीयूष मिश्रा

पीयूष मिश्रा ने कहा कि 'दक्षिण भारत की 'पुष्पा' जैसी फिल्में बहुत सारे एक्शन, हिंसा और आकर्षक दृश्यों के साथ विशेष शैली में पिरोकर इसे दर्शकों के सामने एक नए तरीके से प्रस्तुत किया गया. मैंने शंकर के साथ 'इंडियन 2' नामक एक दक्षिण भारतीय फिल्म में भी काम किया है. उनके साथ काम करने के मेरे पहले अनुभव में ही मुझे एहसास हुआ कि वह कितने इनोवेटिव हैं. वह एक ही कॉसेप्ट को विभिन्न तरीकों से प्रस्तुत करते हैं और संस्कृति का बेहतर प्रतिनिधित्व करते हैं.

'गुलाल' अभिनेता ने यह भी कहा कि तमिल और मलयालम जैसी दक्षिण भारतीय भाषाएं 'बहुत पुरानी भाषाएं' और बहुत पुरानी संस्कृतियों का हिस्सा हैं, यही वजह है कि वहां के फिल्म निर्माता 'अपनी फिल्मों के विवरण' पर बहुत अच्छी तरह से शोध करते हैं. जीवन को गहराई से प्रभावित करने वाली फिल्में अभी भी बन रही हैं. इस सवाल पर 59 वर्षीय एक्ट्रेस ने स्पष्ट कहा कि उत्तर भारत में ऐसी कोई फिल्म नहीं बन रही है.

हालांकि, इस बीच मिश्रा ने अपवाद के रूप में निर्देशक राजकुमार हिरानी और उनकी फिल्म 3 इडियट्स का उल्लेख किया. व्यावसायिक फिल्मों का मतलब है व्यापार के लिए बनाई गई कला इसलिए समानांतर फिल्में मौजूद नहीं हैं, जब तक आपकी फिल्में बड़े पैमाने पर लोगों का मनोरंजन नहीं कर रही हैं, उन्हें 'सिनेमा' नहीं कहा जा सकता है और दक्षिण भारतीय फिल्म निर्माता यह जानते हैं कि कैसे मनोरंजन करना है.

'भिंडी बाजार' एक्टर ने फिल्मों के खिलाफ भारत में हाल ही में उभरती 'बॉयकॉट ट्रेंड' के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए, इसे 'एक हद तक सही और गलत दोनों कहा. एक्टर एक बड़े बैंड के साथ अपनी 'आरंभ है प्रचंड' म्यूजिक प्रोग्राम सीरीज के भाग के रूप में रायपुर में प्रस्तुति देने के लिए तैयार हैं. वह 'तुम्हारी औकात क्या है पीयूष मिश्रा' (व्हाट्स योर स्टेटस पीयूष मिश्रा?) नामक एक किताब भी लिख रहे हैं, जो 13 जनवरी 2023 को आने वाली एक आत्मकथात्मक उपन्यास है.

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