लॉस एंजेलिस: इजराइल पर बच्चों को कैदियों के रूप में रखने के अपने बयान पर पलटते हुए गिगी हदीद ने इंस्टाग्राम पर साझा की गई एक पोस्ट की तथ्यों की जांच नहीं करने के लिए माफी मांगी है. मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार 28 वर्षीय मॉडल ने कहा कि वह यह समझाने की कोशिश कर रही थीं कि फिलिस्तीनी बच्चों को अक्सर इजरायली बच्चों की तरह समान अधिकार नहीं दिए जाते हैं.
हालांकि, उन्होंने अहमद मनसरा के उदाहरण का उपयोग करने के लिए माफी मांगी, जिन्हें 2015 में कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में एक अवैध इजरायली बस्ती पिसगाट जीव में दो इजरायली नागरिकों को चाकू मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. मनसरा 21 साल का है और उसे 13 साल की उम्र में गिरफ्तार किया गया था. मामले में इजरायली अधिकारियों ने उससे पूछताछ की थी. एमनेस्टी के अनुसार वह जेल में है और उसे गंभीर मानसिक समस्याएं हैं.
सोशल मीडिया पर अपने मामले का जिक्र करने और प्रतिक्रिया का सामना करने के बाद गिगी ने माफी मांगते हुए कहा कि उसने दोबारा पोस्ट करने से पहले इस बारे में गहराई से नहीं सोचा था. मिरर यूके के अनुसार मॉडल ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि फिलिस्तीनी मूल के व्यक्ति के रूप में गाजा से आने वाली दिल दहला देने वाली खबरें और दर्दनाक तस्वीरें दर्द देने वाली रही हैं. मैंने कुछ ऐसा साझा किया जिसके बारे में दोबारा पोस्ट करने से पहले मैंने फैक्ट चेक नहीं किया था. उन्होंने अपने 79.1 मिलियन फॉलोअर्स को लिखा कि मेरा ध्यान मानवाधिकार के मुद्दों पर केंद्रित था. यही कारण है कि मैं यह भी दोहराना चाहती हूं कि किसी भी इंसान पर हमला करना, जिसमें निश्चित रूप से यहूदी लोग भी शामिल हैं, कभी भी ठीक नहीं है.