मुंबई : कॉमेडी की दुनिया के दिग्गज चार्ली चैपलिन (1889-1977) का नाम नहीं सुना तो कुछ नहीं सुना. यह वो शख्स था, जिसे देखने के बाद मुरझाते हुए चेहरे पर हंसी खिल उठती थी. दुनिया को हंसाते-हंसाते चार्ली चैपलिन कब इस दुनिया से चल गए किसी को पता नहीं चला. अब इसी चार्ली के घर से एक दुखभरी खबर आ रही है. चार्ली चैपलिन की बेटी जोसेफिन चैपलिन का निधन हो गया है. जोसेफिन ने 74 साल की उम्र में आखिरी सांस ली है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीती 13 जुलाई को जोसेफिन का निधन हो गया था और परिवार ने अब इस खबर को दुनिया को सुनाया है.
जोसेफिन के निधन की खबर उनके भाई-बहन क्रिस्टोफर, गेराल्डिन, माइकल, जेन, एनेट, विक्टोरिया और यूजीन ने दी है. वहीं, जोसेफिन तीन बच्चों की मां थीं. बता दें, जोसेफिन चैपलिन का जन्म 28 मार्च 1949 को कैलियाफॉर्निया के सांता मोनिका में हुआ था. जोसेफिन अपने पिता चार्ली की आठ संतानों से तीसरी थीं. वहीं, महज तीन साल की उम्र में साल 1952 में जोसेफिन ने पिता चार्ली की फिल्म लाइमलाइट से अपने करियर की शुरुआत कर दी थी.
जोसेफिन का करियर
साल 1972 में जोसेफिन ने 'द कैंटरबरी टेल्स' में काम किया था. इस फिल्म को पियर पाओलो पासोलिनी ने बनाया था. इसके अलावा उन्हें रिचर्ड बाल्डुची के निर्देशन में बनी फिल्म 'लोडेर डेस फाउव्स' में भी देखा गया था. साल 1988 में जोसेफिन ने टीवी मिनी सीरीज 'हेमिंग्वे' में शानदार अभिनय किया था. वहीं, साल 1972 में उन्होंने सोवियंत संघ से भागने वाले लोगों के एक समूह पर बने नाटक 'एस्केप टू द सन' में रोल प्ले किया था. इस नाटक को मेनाहेम गोलन ने रचा था और इसमें लॉरेंस हार्व ने भी अहम रोल अदा किया था.