नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के स्पेशल स्टाफ की टीम में ऑटो लिफ्टिंग के मामले में मेवाती गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से स्पेशल स्टाफ की टीम ने चोरी की मोटरसाइकिल और एक मास्टर चाबी के साथ नंबर प्लेट भी बरामद की है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आस मोहम्मद, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद जाहुल के रूप में की गई है. आरोपी आस मोहम्मद यूपी के मथुरा जिले के बरसाना क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है तो वहीं आसिफ और जाहूल हरियाणा के पलवल और नूंह जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
दरअसल क्षेत्र में दोपहिया वाहनों की चोरी के कई मामले हाल ही में सामने आए थे और इस पर पुलिस लगातार काम भी कर रही थी. जांच के दौरान पता चला कि आधी रात में तीन से चार लोग दोपहिया वाहन चोरी कर रहे हैं. उन्हें पकड़ने के लिए एसीपी विजेंद्र बिधूड़ी ने स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर गिरीश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. जिसमें एसआई राहुल मालन हेड कॉन्स्टेबल मकसूद, रमेश, कॉन्स्टेबल संदीप, प्रदीप और तेज नारायण को शामिल किया गया. जिसके बाद टीम ने जांच करते हुए तकनीकी पहलुओं पर जांच की और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला कई दिन तक लगातार जांच करने के बाद कुछ संदिग्धों की पहचान की गई, जिसमें पता चला कि कुछ मेवाती गैंग के लोग इलाके में वाहन चोरी करते हैं और उन्हें हरियाणा और अन्य राज्यों में बेच देते हैं.
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जांच के दौरान पता चला आरोपी और एक मास्टर चाबी के जरिए बाइक को चुराते थे, जिसके बाद उन्हें हरियाणा राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेच दिया करते थे. जांच के दौरान मेवाती बाइक चोर गिरोह के बारे में हेड क्वार्टर मकसूद को एक जानकारी मिली. इसके बाद स्पेशल स्टाफ की टीम ने एमसीडी स्कूल नाला रोड हरिजन कैंप अंबेडकर नगर के पास जाल बिछाया.
रात में लगभग 2 बजे तीन व्यक्तियों को बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ करने पर उनकी पहचान आस मोहम्मद, आसिफ और जाहूल के रूप में की गई. इनकी निशानदेही पर चोरी की 14 बाइक और बरामद कर ली गई. बताया जा रहा है यह आरोपी मेवाती गैंग से जुड़े हुए हैं. टीम लगातार पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
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जांच में पता चला है कि इन चोरी की बाइकों को यह लोग अलग-अलग राज्यों में जाकर 10 से ₹12000 में बेच दिया करते थे. पिछले 8 महीनों में उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ विभिन्न स्थानों से 150 बाइक चोरी की हैं. फिलहाल टीम लगातार पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.