नई दिल्ली/नोएडा: लॉकडाउन में बिहारी मजदूरों और छात्रों को राज्य वापस नहीं ले जाने के विरोध में नोएडा में छात्रोंं और मजदूरों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंंका. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ नारे भी लगाए.
दरअसल बिहार के प्रवासी मजदूर और छात्र जो देश के विभिन्न कोने में रह रहे हैं, सभी अपने घर जाना चाहते हैं. गृह मंत्रालय की नए गाइडलाइन्स के बाद भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी खुद को प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों को लाने में असमर्थ बता रहे हैं.
पुतले को पहनाई जूतों की माला
पिछले एक महीने से नीतीश कुमार केंद्र सरकार के नियमों और कुछ मजबूरियों का हवाला दे कर खुद की जिम्मेदारियों का पल्ला झाड़ रहे हैं. नोएडा में इन्हीं मुद्दों को लेकर बिहार सरकार के विरोध में नीतीश कुमार के पुतले को जूतों की माला पहनाई गई और उनका पुतला फूंका गया.
प्रवासी घर जाने को बेताब
मजदूरों का कहना है कि योगी सरकार मजदूर से लेकर छात्रों तक को घर पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. संबंधित राज्य सरकारों से बातचीत कर बसें भेज जा रही हैं. वहीं पड़ोसी राज्य बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी केंद्र सरकार के नियमों और कुछ मजबूरियों का हवाला देकर खुद की जिम्मेदारियों का पल्ला झाड़ रहे हैं. इसी के विरोध में नोएडा के प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका. साथ ही बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.