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ट्विन टावर की जमीन को लेकर खींचतान शुरू, आरडब्ल्यूए ने जताया अपना हक

नोएडा में भ्रष्टाचार की नींव पर बनी इमारत ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद उस जगह का क्या होगा, बहुत से लोगों के मन में यह सवाल है. इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. यहां मंदिर बनाने से लेकर नए बड़े प्रोजेक्ट तक की बातें सामने आई है. आइए जानते हैं एमराल्ड सोसायटी के RWA अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने क्या कहा ? land of Twin Towers

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ट्विन टावर की जमीन को लेकर खींचतान शुरू
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Published : Sep 4, 2022, 8:30 PM IST

Updated : Sep 4, 2022, 8:53 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद खाली हुई जमीन को लेकर अब एक नई लड़ाई शुरू हो गई है. इस जमीन पर मंदिर बनाने से लेकर किसी नए प्रोजेक्ट को शुरू करने के भी कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं, एमराल्ड सोसायटी के RWA अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया का कहना है कि जमीन सोसायटी की है. फिलहाल खाली जमीन पर हम लोग पार्क और बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड बनाने के बारे में सोच रहे हैं.

सुपरटेक एमरोल्ड के RWA अध्यक्ष उदय भान तेवतिया ने ईटीवी भारत से कहा कि ट्विन टावर की जमीन को लेने के लिए हम नोएडा प्राधिकरण से लेकर मुख्यमंत्री और न्यायालय तक जा सकते हैं. हर हाल में ट्विन टावर की जमीन को अपने कब्जे में लेकर रहेंगे. सोसाइटी के रेजिडेंट की राय हुई तो ट्विन टावर की जमीन पर मंदिर भी बनाया जा सकता है.

ट्विन टावर की जमीन को लेकर खींचतान शुरू

उदयभान तेवतिया का कहना है कि ट्विन टावर की जमीन एमराल्ड आरडब्लूए की है. उन्होंने कहा कि ट्विन टावर को ध्वस्त कराने के लिए हमने 10 साल की लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़ी है. अब उस जमीन का मालिकाना हक हमारा होगा, जिस जमीन को हमने खाली कराया है.

उन्होंने कहा कि सोसायटी के लोगों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया जाएगा कि ट्विन टावर की जमीन पर क्या बनाया जाए. सोसायटी के लोगों का जो निर्णय होगा उसी के आधार पर निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में ट्विन टावर की जमीन को हम सुपरटेक या किसी अन्य को नहीं देंगे.

उन्होंने बताया कि जमीन का मालिकाना हक लेने के लिए हमने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा है. प्राधिकरण हमारे पक्ष में निर्णय देगा. इस पर पूरा भरोसा है. अन्यथा अन्य जगह पर हम मालिकाना हक लेने के लिए जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें : ट्विन टावर से निकलेगा साढ़े तीन हजार टन स्क्रैप, प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताई ये अहम बात

तेवतिया ने कहा कि ट्विन टावर की प्रॉपर्टी लीगल तरीके सबसे पहले एमरोल्ड की है. बिल्डर की तरफ से जो वादा किया गया था उसके मुताबिक 82 प्रतिसत खाली जमीन एमरोल्ड को चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ resident का कहना है कि ट्विन टावर की जमीन में मंदिर बनाया जाए. वहीं कुछ लोगों की अलग राय है. 600 लोगों की सदस्यता की कमेटी बैठेगी और फैसला हो जाएगा कि ट्विन टावर की जमीन पर मंदिर, दुकान, प्ले ग्राउंड किस चीज का निर्माण करना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि ट्विन टावर की जमीन को हम लेने के लिए न्यायालय और मुख्यमंत्री का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं. क्योंकि ध्वस्तीकरण के लिए जब लंबी लड़ाई लड़ी जा सकती है, तो जमीन पर मालिकाना हक के लिए भी आगे लड़ाई लड़ी जा सकती है.

RWA अध्यक्ष ने बताया कि ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान सुपरटेक एमरोल्ड में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ था. कुछ कांच के ग्लास टूटे थे, जो ठीक करा लिए गए हैं. अभी सोसायटी का स्ट्रक्चर ऑडिट होना बाकी है, जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है. जल्द एडिफिस कंपनी के माध्यम से सोसाएटी का स्ट्रक्चर ऑडिट हो जाएगा.

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नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद खाली हुई जमीन को लेकर अब एक नई लड़ाई शुरू हो गई है. इस जमीन पर मंदिर बनाने से लेकर किसी नए प्रोजेक्ट को शुरू करने के भी कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं, एमराल्ड सोसायटी के RWA अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया का कहना है कि जमीन सोसायटी की है. फिलहाल खाली जमीन पर हम लोग पार्क और बच्चों के लिए प्ले ग्राउंड बनाने के बारे में सोच रहे हैं.

सुपरटेक एमरोल्ड के RWA अध्यक्ष उदय भान तेवतिया ने ईटीवी भारत से कहा कि ट्विन टावर की जमीन को लेने के लिए हम नोएडा प्राधिकरण से लेकर मुख्यमंत्री और न्यायालय तक जा सकते हैं. हर हाल में ट्विन टावर की जमीन को अपने कब्जे में लेकर रहेंगे. सोसाइटी के रेजिडेंट की राय हुई तो ट्विन टावर की जमीन पर मंदिर भी बनाया जा सकता है.

ट्विन टावर की जमीन को लेकर खींचतान शुरू

उदयभान तेवतिया का कहना है कि ट्विन टावर की जमीन एमराल्ड आरडब्लूए की है. उन्होंने कहा कि ट्विन टावर को ध्वस्त कराने के लिए हमने 10 साल की लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़ी है. अब उस जमीन का मालिकाना हक हमारा होगा, जिस जमीन को हमने खाली कराया है.

उन्होंने कहा कि सोसायटी के लोगों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया जाएगा कि ट्विन टावर की जमीन पर क्या बनाया जाए. सोसायटी के लोगों का जो निर्णय होगा उसी के आधार पर निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में ट्विन टावर की जमीन को हम सुपरटेक या किसी अन्य को नहीं देंगे.

उन्होंने बताया कि जमीन का मालिकाना हक लेने के लिए हमने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा है. प्राधिकरण हमारे पक्ष में निर्णय देगा. इस पर पूरा भरोसा है. अन्यथा अन्य जगह पर हम मालिकाना हक लेने के लिए जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें : ट्विन टावर से निकलेगा साढ़े तीन हजार टन स्क्रैप, प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताई ये अहम बात

तेवतिया ने कहा कि ट्विन टावर की प्रॉपर्टी लीगल तरीके सबसे पहले एमरोल्ड की है. बिल्डर की तरफ से जो वादा किया गया था उसके मुताबिक 82 प्रतिसत खाली जमीन एमरोल्ड को चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ resident का कहना है कि ट्विन टावर की जमीन में मंदिर बनाया जाए. वहीं कुछ लोगों की अलग राय है. 600 लोगों की सदस्यता की कमेटी बैठेगी और फैसला हो जाएगा कि ट्विन टावर की जमीन पर मंदिर, दुकान, प्ले ग्राउंड किस चीज का निर्माण करना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि ट्विन टावर की जमीन को हम लेने के लिए न्यायालय और मुख्यमंत्री का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं. क्योंकि ध्वस्तीकरण के लिए जब लंबी लड़ाई लड़ी जा सकती है, तो जमीन पर मालिकाना हक के लिए भी आगे लड़ाई लड़ी जा सकती है.

RWA अध्यक्ष ने बताया कि ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के दौरान सुपरटेक एमरोल्ड में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ था. कुछ कांच के ग्लास टूटे थे, जो ठीक करा लिए गए हैं. अभी सोसायटी का स्ट्रक्चर ऑडिट होना बाकी है, जिसके लिए नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखा गया है. जल्द एडिफिस कंपनी के माध्यम से सोसाएटी का स्ट्रक्चर ऑडिट हो जाएगा.

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Last Updated : Sep 4, 2022, 8:53 PM IST
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