नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के खिलाफ चल रही मुहिम में एक बड़ी घटना सामने आई है. क्वॉरेंटाइन सेंटर से मरीज पिछले 1 महीने से लापता है. परिवार वालों ने मरीज में पता किया तो स्वास्थ्य विभाग की आंख खुली और पता चला कि मरीज गायब है. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग ने दनकौर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है. उधर जिलाधिकारी सुहास एल.वाई ने सीडीओ को तथ्यों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
'एक महीने से लापता क्वॉरेंटाइन में रखा मरीज'
मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के देवघर जिले के निवासी रंजीत को ग्रेटर नोएडा के गलगोटिया क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिम्स से रेफर किया गया. लेकिन परिवार की तरफ से जब मरीज के बारे में जानकारी ली गई, तो स्वास्थ्य विभाग की आंखें खुली. मरीज के गायब होने की रिपोर्ट दनकौर कोतवाली में दर्ज कराई गई है. अब पुलिस लापता संदिग्ध मरीज की तलाश में जुटी है.
'साथी पहुंचे रंजीत का पता नहीं'
फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रंजीत की हालत बिगड़ने पर 23 अप्रैल को उसे डॉक्टरों की टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के शारदा हॉस्पिटल एंबुलेंस रेफर किया गया. रंजीत के साथ दूसरी एंबुलेंस से उसके साथी भी अस्पताल गए थे. इसके बाद स्वास्थ विभाग ने एक महीने बाद उसकी तलाश शुरू कर दी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिलने के बाद क्वॉरेंटाइन सेंटर के इंचार्ज डॉ अनिल गुप्ता की रिपोर्ट पर सेंटर के कंप्यूटर ऑपरेटर ने दनकौर कोतवाली में रंजीत के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
'दोषियों पर होगी कार्रवाई'
फिलहाल गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एल.वाई ने जानकारी देते हुए बताया कि सीडीओ अनिल कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए गए हैं. सभी तथ्यों की जांच की जाएगी और अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.