नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत प्रोफेसर महिप सिंह ने नोटों को सैनिटाइज करने वाली मशीन बनाई है. रैपिड करेंसी सैनिटाइजर मशीन के नाम से बनी इस मशीन का फायदा यह है कि इस मशीन में नोटों की गिनती भी होगी और जब वो बाहर आएंगे तो सैनिटाइज होकर आप तक पहुंचेंगे जो कि आपके लिए भी सुरक्षित रहेगा.
एक मिनट में सैनिटाइज होंगे 200 नोट
बता दें कि रैपिड करेंसी सैनिटाइजर मशीन यूवी रेडिएशन वेस्ट संक्रमण को मारती है जो इंसान के लिए नुकसानदायक होता है. बैंकों से निकले हुए नोटों पर कई प्रकार के संक्रमण मौजूद होते हैं. उन संक्रमण को मारने के लिए रैपिड करेंसी सैनिटाइजर मशीन बहुत ही लाभदायक है. बता दें कि यह मशीन एक मिनट में 200 नोटों को सैनिटाइज कर उनको गिनकर बाहर निकालती है.
एयर सोल से सैनिटाइज होते हैं नोट
रैपिड करेंसी सैनिटाइजर मशीन एयर सोल के माध्यम से आपके नोटों को सैनिटाइज करती है. इस मशीन में एक बार में 200 नोटों को एयर सोल से सैनिटाइज किया जाता है ताकि नोटों में लगा संक्रमण खत्म सके और आप के नोट गीले भी नहीं होंगे.