नई दिल्ली/नोएडा: देश के सर्वाधिक प्रदूषित जिलों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बेअसर मालूम पड़ रहे हैं. जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI 300 के पार है. वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट के मुताबिक ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 322 नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 290 के करीब है.
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 285 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 359 दर्ज किया गया है. UPPCB को इस ओर ध्यान देना होगा और सख्त कदम उठाने होंगे, बढ़ती ठंडक साथ समस्याओं का सामना करना होगा.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं, जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 283 AQI, सेक्टर 125 का स्टेशन लंबे वक्त से काम नहीं कर रहा है. सेक्टर 1 में 278 AQI और सेक्टर 116 में 301 AQI दर्ज किया गया है. जिले की सेहत नाजुक होती जा रही है, अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और लोगों की समस्याएं बढ़ेंगी.
दमघोंटू हवा
बता दें कि प्रदूषण को लेकर गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी सुहास एल.वाई लगातार सख्त कार्रवाई और नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करने की बात कह रहे हैं. DM ने प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सभी शहरवासियों का भी साथ मांगा और स्पष्ट किया कि जो लोग नियमों की अनदेखी करेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. 15 अक्टूबर से जिले में GRAP लागू है. हाउसिंग सोसाइटी और हाई राइज सोसाइटी में डीजल जनरेटर पूरी तरीके से प्रतिबंधित है, ऐसे में उसकी अनदेखी पर कार्रवाई की जा रही है.