नई दिल्ली/नोएडा : गौतमबुद्ध नगर जिले में कमिश्नर सिस्टम लागू हुए करीब1 सप्ताह बीत गया है, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि पुलिसकर्मियों में अभी भी पद और जोन को लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है. साथ ही देखा जाए तो काम को लेकर भी लोगों में पशोपेश की स्थित बनी हुई है. इसके चलते कर्मचारी अधिकारियों के लेवल को सही तरीके से नहीं समझ पा रहे. वहीं देखा जाए तो अधिकारी भी कर्मचारियों को पदों और कामों को लेकर सही तरीके से ब्रीफ नहीं कर पा रहे. इसके चलते पुलिस विभाग में बड़ा कंफ्यूजन चल रहा है .
दिल्ली पुलिस से मांगा प्रारूप
सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस से कमिश्नर सिस्टम बेहतर तरीके से कैसे लागू किया जाए इसके लिए प्रारूप मांगा गया है. अब देखना होगा कि कब तक पूरी तरह से जिले में कमिश्नरी सिस्टम लागू हो पाता है. गौरतलब हो कि1 सप्ताह पूर्व गौतमबुद्ध नगर जिला में कमिश्नर सिस्टम लागू शासन द्वारा किया गया है. कमिश्नर के पद पर 15 जनवरी को सीपी आलोक सिंह ने पदभार ग्रहण कर लिया . उनके द्वारा जोन बाटे और पदों पर नियुक्ति भी कर दी गई. अधिकारियों के नाम भी सामने आ गए.
पुलिस में कन्फ्यूजन
सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी खासकर पुलिसकर्मी जो नीचे लेवल पर हैं , उन्हें अपने अधिकारियों के पदों और कामों को लेकर काफी कंफ्यूजन बना हुआ है. इसके चलते ऑफिसों में और थानों में अधिकारियों के पद को लेकर चर्चा में बनी हुई है. सूत्रों की माने तो दिल्ली पुलिस से कामों के साथ ही तैनाती को लेकर भी जो कन्फ्यूजन बना हुआ है , उसको कैसे दूर किया जा सके इसके लिए प्रारूप मांगा गया है. कैमरे पर भले ही कोई कुछ नहीं कह रहा पर चर्चा इस बात की हर तरफ पुलिस भाग में है कि कौन क्या करेगा और किसका अधिकारी कौन होगा और उसका पद क्या होगा. यह विभागीय कन्फ्यूजन कब दूर होगा इस पर बोलने वाला और जानकारी देने वाला कोई सामने नहीं आया है.