नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: नवंबर महीना हर साल ट्रैफिक महीने के रूप में मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करना होता है. नोएडा ट्रैफिक विभाग ने इस बार अनोखी पहल शुरू की है. जिसके तहत जागरूकता तो फैलाई जा ही रही, उसके साथ ही ट्रैफिक विभाग के कार्यालय चालान भरने पहुंच रहे लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए एक डैशबोर्ड में उनसे दोबारा यह गलती नहीं करने का मैसेज भी लिखवा रहे हैं. ऐसे में शहरवासियों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुकता और भविष्य में गलती दोबारा ना दोहराई जाए, इसका भी संकल्प दिलाया जा रहा है.
'ट्रैफिक भरने के वक्त दिला रहे नियम पालन की शपथ'
ट्रैफिक इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रैफिक महीना 1 नवंबर से 31 नवंबर तक मनाया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य जनता को जागरूक करना है. पैदल चलने वाले, साइकिल चालक, मोटरसाइकिल चालक, चार पहिया वाहन चालक सभी को ट्रैफिक विभाग के पुलिसकर्मी जागरूक कर रहे हैं. इसके अलावा मुख्य तौर पर देश के भविष्य बच्चों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए ट्रैफिक विभाग की टीम काम कर रही है. उन्होंने बताया कि पहले लोग कार्यालय पहुंचे तो और चालान भर कर चले आते थे, लेकिन अब उनसे वाइट बोर्ड पर लिखवाया जाता है कि भविष्य में इस तरीके की गलती दोबारा नहीं होगी, ताकि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो और यह गलती दोबारा ना दोहराई जाए.
'आदर्श चौराहे बनाने की कवायद'
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए 'रेड लाइट ओन इंजन ऑफ' पहल का अनुसरण करते हुए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 'आदर्श चौराहे' बनाना शुरू कर दिया है. जहां पर ट्रैफिक विभाग के पुलिसकर्मी रेड सिग्नल ऑन होने पर लोगों को जागरूक कर रहे और उन्हें इंजन ऑफ करने की सलाह दे रहे हैं. सेक्टर 57 का पहला चौराहा आदर्श चौराहे के तौर पर बनाया गया है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे में प्रदूषण पर तो प्रभावी रूप से लगाम लगाई जा रही है. साथ ही लोगों की जेब पर भी असर पड़ेगा और डीजल-पेट्रोल की बचत होगी.