नई दिल्ली/नोएडा: सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने ट्विन टावर के सुरक्षित ध्वस्तीकरण और ध्वस्तीकरण के बाद आवश्यक प्रबन्धों के सम्बन्ध में प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सीबीआरआई एवं एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारियों के साथ बैठक की गई. बैठक में सुपरटेक लिमिटेड के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. Noida Authority holds important meeting
ट्विन टावर को लेकर नोएडा प्राधिकरण की बैठक में कई अहम बिंदुओं पर चर्चा किया गया. बैठक में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किये गये कम्पलाएंस रिपोर्ट के अनुसार सुपरटेक लिमिटेड ने एटीएस विलेज एवं सुपरटेक एमराल्ड फोर्ट सोसायटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया है और उनके द्वारा सुदृढीकरण का काम पूरा कर लिया गया है. सुपरटेक द्वारा प्रस्तुत स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट के क्रम में सीबीआरआई द्वारा अपनी सहमति प्रदान कर दी गई है. नोएडा प्राधिकरण द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में 28 अगस्त 2022 को अपराहन 2.30 बजे ट्विन टावर्स को ध्वस्त करने को लेकर सुपरटेक और एडिफिस इंजीनियरिंग को आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए हैं.
ध्वस्तीकरण के बाद उत्पन्न होने वाली धूल के मद्देनजर नोएडा विकास प्राधिकरण ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से 28 अगस्त को नोएडा के आसमान से विमानों की उड़ान रोकने की मांग की थी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसे लेकर अपनी सहमति दे दी है. क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि उनके द्वारा ध्वस्तीकरण के बाद वायु प्रदूषण को मापने के लिए प्रभावित क्षेत्र में कुल 6 स्थानों पर मैनुअल एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित कर दिए गए हैं, जिनका संचालन आज से प्रारम्भ कर दिया जायेगा. साथ ही नोएडा प्राधिकरण द्वारा आईटीएमएस के माध्यम से लाइव डाटा वाले तीन एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशन से भी वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखी जायेगी. प्राधिकरण द्वारा कार्य स्थल के समीप स्थित आवासीय परिसरों के निकट वायु धूल प्रदूषण की रोकथाम हेतु 15 स्थलों पर एंटी स्मॉग गन स्थापित किये जा रहे हैं और एंटी स्मॉग गनों में निर्वाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक एंटी स्मॉग गन के साथ एक वाटर टैंकर का भी प्रबन्ध किया जा रहा है. आवश्यकतानुसार अन्य स्थानों पर एंटी स्मॉग गन की व्यवस्था की जायेगी.
ध्वस्तीकरण के बाद उत्तपन्न होने वाले सीएंडडी मलवे के निस्तारण के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गई. एडिफिस इंजीनियरिंग ने अपने प्रस्ताव में अवगत कराया है कि उनके द्वारा लगभग 28000 मीट्रिक टन सीएंडडी मलवा मानकों के अनुसार प्राधिकरण के सेक्टर 80 स्थित सीएंडडी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लाट में साइंटिफिक निस्तारण हेतु पहुंचाया जायेगा. प्राधिकरण स्तर पर प्रभावित क्षेत्र में साफ सफाई हेतु चार मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों की तैनाती की गई है साथ ही 100 सफाई कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है. प्रभावित क्षेत्र में सड़क, फुटपाथ, सेन्ट्रल वर्ज तथा पेड़ पौधों की धुलाई हेतु 50 वाटर टैंकर्स का प्रबन्ध किया गया है. उद्यान विभाग द्वारा धूल से प्रभावित होने की सम्भावना वाले पार्क, सेन्ट्रल वर्ज में पेड़-पौधों की धुलाई हेतु तीन टैंकर्स की व्यवस्था की गई है.
प्राधिकरण स्तर पर उद्यान, नियोजन, ट्राफिक सेल, जन स्वास्थ्य विभाग, सिविल, आपदा प्रबन्धन, जल विभाग आदि के अधिकारियों की भी सुरक्षित ध्वस्तीकरण तथा उसके पश्चात आवश्यक प्रबन्धन हेतु ड्यूटी लगाई गई है. प्राधिकरण में एक कन्ट्रोल रूम की भी स्थापना की जा रही है जहां ध्वस्तीकरण के पश्चात किसी भी प्रकार की समस्या हेतु शिकायत दर्ज कराते हुये समाधान प्राप्त किया जा सकता है. कन्ट्रोल रूम में तैनात अधिकारी आपदा प्रबन्धन की टीम एवं चिकित्सालयों के सम्पर्क में रहते हुये. आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करेंगे. कन्ट्रोल रूम 28 अगस्त 2022 को सुबह 6 बजे क्रियाशील हो जायेगा तथा दिनाक 30 अगस्त 2022 तक 24x7 संचालित रहेगा. कन्ट्रोल रूम में इन नम्बरों पर सूचना शिकायत दर्ज की जा सकती है- 0120-2425301, 0120-2425302. 0120-2425025 सफाई कर्मियों एवं ड्यूटी पर तैनात अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को सुरक्षा के दृष्टिगत एन-95 मास्क तथा कैप प्रदान किये जायेंगे. प्रभावित क्षेत्र में व्यक्तियों का प्रवेश व आवागमन सायं 5 बजे के पश्चात ही अनुमन्य होगा.
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