नई दिल्ली/नोएडा: ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के बाद मलबे के निस्तारण सहित अन्य मामलों को लेकर बुधवार को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ऋतु महेश्वरी के नेतृत्व में बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. बैठक में एडिफिस इंजीनियरिंग द्वारा अवगत कराया गया कि एटीएस विलेज की दीवार की ओर गिरे हुए मलबे को हटा लिया गया है. एटीएस विलेज तथा इमराल्ड कोर्ट के अपार्टमेन्ट्स के टूटे शीशों को रिप्लेस कर दिया गया है. जिस क्षेत्र में मलबा गिरा है, उस क्षेत्र के चारों तरफ बेरीकेडिंग किये जाने के लिए स्कॉफ होल्डिंग लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
सुपरटैक लिमिटेड द्वारा बताया गया कि पोस्ट डिमॉलिशन स्ट्रक्चरल ऑडिट का कार्य शीघ्र प्रारम्भ कर दिया जाएगा. साथ ही 30 सितम्बर 2022 तक रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाएगी. मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश में मलबे के स्थल की बेरीकेडिंग 15 नवंबर 2022 तक पूर्ण कर ली जाए. मलबे के स्थल की बेरीकेडिंग की ऊंचाई 10 मी. तक करने की राय दी गई है. बेरीकेडिंग जिओ फाइबर क्लॉथ के माध्यम से दो लेयर में की जाए. स्ट्रक्चरल ऑडिट की रिपोर्ट 28 सितंबर 2022 तक सुपरटैंक लिमिटेड द्वारा उपलब्ध करा दी जाए.
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एटीएस विलेज की टूटी हुई बाउंड्री वॉल के पुनर्निर्माण का कार्य मलबे को लगभग 10 फीट दूर हटाने के बाद किया जा सकता है. मलबे को तोड़े जाने पर उत्पन्न होने वाली धूल से आस-पास के निवासियों को बचाने के लिए कम से कम 6 स्मॉग गन की व्यवस्था की जाए.
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