नई दिल्ली/नोएडा: देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा के जेवर में तैयार होगा. जेवर में प्रस्तावित नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल करेगा. साल 2023 में जेवर एयरपोर्ट का काम पूरा होने की संभावना है. उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2023 में एयरपोर्ट से यात्री उड़ान भरेंगे. एयरपोर्ट बनाने की कुल लागत 29,560 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है.
सामूहिक साझेदारी से बनेगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने के पीछे नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यमुना प्राधिकरण की सामूहिक साझेदारी रही है. नोएडा एयरपोर्ट बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने जून में नियाल (NIAL) को मंजूरी दी थी.
यूपी सरकार ने अपने पास 37.5 फीसदी हिस्सेदारी रखी, जबकि तीनों प्राधिकरण में नोएडा प्राधिकरण का हिस्सा सबसे ज्यादा 37.5 फीसदी तय किया गया. वहीं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी 12.50 फीसदी की गई है.
4 हजार करोड़ रूपये जमा किए गए
बता दें कि पिछले 5 महीने में गठित कंपनी के खाते में करीब 4 हजार करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं. सभी ने अपने-अपने हिस्से के हिसाब से कंपनी के खाते में पैसा जमा करा दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने 1500 करोड़ रुपये नोएडा प्राधिकरण ने 1500 करोड़ रुपये और ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण ने 500- 500 करोड़ रुपए जमा किए हैं.
7 सदस्यों के निदेशक मंडल का गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने नियाल कंपनी के 7 सदस्यों के निदेशक मंडल का भी गठन किया है. निदेशक मंडल में मुख्य सचिव चेयरमैन, निदेशक सिविल एविएशन सदस्य, सीईओ नोएडा सदस्य, सीईओ ग्रेटर नोएडा सदस्य, सीईओ यमुना प्राधिकरण, सचिव औद्योगिक विकास भवन सदस्य और सचिव वित्त विभाग सदस्य होंगे.