नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के दूसरे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण से पहले किसानों की सहमति ली जानी है. वहीं, किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और जमीन देने की सहमति के लिए तैयार नहीं हैं. इसी को लेकर ग्राम रन्हेरा, कुरैव, नगला हुकम सिंह, वीरमपुर, नगला भटौना आदि के किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बुधवार को मेरठ मंडल आयुक्त के साथ बैठक की.
बैठक में मेरठ मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर सिंह, एडीएम एलए बलराम सिंह, शैलेंद्र भाटिया, उप जिलाधिकारी जेवर रजनीकांत मिश्रा के साथ ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में मीटिंग हुई. मीटिंग में तय हुआ है कि जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए प्रथम चरण में विस्थापित किसानों के सभी लंबित मुद्दों को जल्द पूरा किया जाएगा. बैठक के बाद आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि किसानों से सकारात्मक वार्ता हुई है ओर इनके सभी मुद्दों को शासन के समक्ष रखूंगा.
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किसानों को नए भूमि अधिग्रहण कानून के मिले लाभ: जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने उपस्थित अधिकारियों की मौजूदगी में प्रथम चरण में किसानों को आई दिक्कतों को लेकर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अपनी जमीनों को इस प्रदेश और क्षेत्र के विकास के लिए दिया. अगर उन्हें भविष्य में किसी भी परेशानी का सामना करना पड़ा तो यह मुनासिब नहीं होगा. सन 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून में प्रावधानिक सभी कानूनी और जायज हक किसानों को मिलने चाहिए.
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किसानों की जायज मांगें होंगी पूरी: यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने किसानों से कहा कि निश्चित ही जेवर एयरपोर्ट के प्रभावित किसान सम्मान योग्य हैं. इन्होंने यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को आगे बढ़ाने में अपना पूर्ण सहयोग दिया है और मैं अपनी तरफ से आश्वासन देता हूं कि किसानों की हर जायज़ बात को लागू किया जाएगा.
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