नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 63 में उस वक्त हंगामा हो गया जब एक निजी एक्सपोर्ट कंपनी में सैकड़ों की संख्या में वर्कर्स ने हंगामा किया. दरअसल कंपनी 1 जुलाई से खोली जाने थी, जिसकी वजह से कंपनी में पहले से ही काम करने वाले वर्कर्स वहां पर आ गए. लेकिन कंपनी द्वारा फ़िलहाल कंपनी नहीं खोले जाने की बात कही गई. जिसके बाद हंगामे की नौबत आ गई.
वर्कर्स का कहना है कि कंपनी प्रशासन की तरफ से उनको काम पर नहीं रखा गया, बल्कि पुलिस को बुलाकर उनके साथ लाठीचार्ज करवा कर वहां से भगा दिया गया. दरअसल मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां खड़े वर्करों को भगाना शुरू कर दिया.
वर्करों का आरोप है कि पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. जिसके बाद कंपनी के परेशान वर्कर्स ने जिलाधिकारी कैंप ऑफिस का रुख किया और जिलाधिकारी से अपनी नौकरी वापस लेने और बकाया सैलरी के लिए गुहार लगाई.
कर्मचारियों ने की वेतन की मांग
वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बलपूर्वक वर्करों को वहां से हटाया गया, लेकिन किसी पर भी लाठीचार्ज नहीं की गई. कंपनी कर्मचारियों का कहना है कि अब जब कंपनी खोलने के आदेश हो गए हैं तो कंपनी क्यों नहीं खोली जा रही है और उन्हें नौकरी में क्यों नहीं रखा जा रहा है, वही उनकी बकाया सैलरी भी अब तक नहीं दी गई है.
नहीं हुआ लाठीचार्ज- डीसीपी
डीसीपी सेंट्रल जोन हरीश चंद्र का कहना है कि सेक्टर 63 ब्लॉक थाना फेस 3 के अंतर्गत ओरियंट क्राफ्ट कंपनी के सामने सड़क पर सरेआम वर्कर कंपनी से हिसाब करवाने को लेकर इकट्ठा हुए. जिनसे पुलिस एवं कंपनी के पदाधिकारियों द्वारा वार्ता की गई, समझाने बुझाने का प्रयास किया गया. लेकिन वर्करों की भीड़ लगातार उग्र होती चली गई और उग्र होकर शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने लगे. पुलिस द्वारा कड़ी हिदायत कर मौके से उग्र भीड़ को हटाया गया. इस संबंध में थाना फेस-3 पर अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है और उग्र भीड़ में शामिल व्यक्तियों की पहचान कराई जा रही है.