नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना प्राधिकरण, पीडब्ल्यूडी एवं यूपीएस आईडी प्राधिकरण के अधीन आने वाली सड़कें अधिकतर गड्ढा युक्त हैं. जिन गड्ढों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं.
सड़कों के गड्ढों में 3 फीट तक पानी भर चुका है. जिसके विरोध में करप्शन फ्री इंडिया संगठन के सदस्यों ने सड़क पर भर रहे कीचड़ और जलभराव में धान लगाकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया.
करप्शन फ्री इंडिया के कार्यकताओं का प्रदर्शन
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि ग्रेटर नोएडा शहर और गांवों की अधिकतर सड़कें गड्ढा युक्त हैं, जिन सड़कों को सही कराने के लिए कई बार संगठन और अन्य ग्रामीणों ने प्राधिकरण को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है, लेकिन इससे काफी समय से सड़कें ठीक नहीं होने के बाद आज संगठन के कार्यकर्ताओं ने दनकौर के स्पोर्ट्स सिटी से आने वाले बाईपास पर धान के पौधे रोपित कर विरोध प्रदर्शन करते हुए ये मांग की कि प्राधिकरण तत्काल इन सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करे.
लोगों को हो रही परेशानी
चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि खेरली नहर से कासना मार्ग, सलेमपुर से घंघौला चौकी मार्ग, बाघपुर दादूपुर मार्ग और कासना के साइड 5 औद्योगिक मार्ग अन्य मार्ग गड्ढा युक्त हैं.
उन्होंने बताया कि इन मार्गों से लोगों का निकलना दुश्वार हो चुका है. गहरे गड्ढे होने की वजह से आए दिन यात्रियों के वाहनों में भारी नुकसान एवं दुर्घटनाएं हो रही हैं, जोकि प्राधिकरण की उदासीनता के कारण हो रहा है.
चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि बारिश के 3 दिन बाद भी सड़कों पर जलभराव है. सड़कों पर जलभराव के कारण सड़कें खेत की स्थिति में दिख रही है. संगठन की कोर कमेटी के सदस्य संजय ने बताया कि ग्रेटर नोएडा शहर एशिया का सबसे साफ स्वच्छ एवं सुंदर शहर था लेकिन प्राधिकरण एवं सरकार की लापरवाही के कारण आज शहर बदसूरत होता जा रहा है. अधिकतर सड़कें खराब पड़ी हैं.