नई दिल्ली/नोएडा: देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट का करार बुधवार 7 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के दफ्तर में होगा. एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के प्रतिनिधि भारत आ चुके हैं. दोनों के बीच कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि करार के लिए NIAL और यमुना प्राधिकरण के ऑफिस को सजाया जा रहा है. नोएडा एयरपोर्ट के करार के लिए ज्यूरिख कंपनी के 7 प्रतिनिधि विशेष विमान से भारत पहुंचे हैं.
'24 घंटे बाद दोनों के बीच करार'
ठीक 24 घंटे बाद ज्यूरिख कंपनी के प्रतिनिधि ग्रेटर नोएडा NIAL के दफ्तर पहुंचेंगे. जहां दोनों के बीच करार होगा. प्रोजेक्ट की कीमत तकरीबन 29,500 करोड़ रुपये है. करार के लिए कंपनी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज व्हीकल कंपनी गठित की है.
उसके सीईओ और NIAL के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह करार पर हस्ताक्षर करेंगे. साल 2017 में जेवर में नोएडा एयरपोर्ट बनने का प्रस्ताव सबसे पहले सामने आए और 3 सालों के भीतर ये प्रोजेक्ट करार तक पहुंच गया, जिस गति से ये प्रोजेक्ट करार तक पहुंचा है ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
'6 महीने में शुरू होगा निर्माण कार्य'
कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के 6 महीने के अंदर ज्यूरिख को जमीन पर कब्जा मिलेगा और निर्माण कार्य शुरू होगा. ज्यूरिख ने बैंकों के समूह से 5 हजार करोड़ रुपये कर्ज लेने के लिए भी आवेदन कर दिया है. जेवर में करीब 5000 हेक्टेयर भूमि पर एशिया का सबसे बड़ा 5 रन का एयरपोर्ट बनेगा. प्रथम चरण में 2 रन में बनेंगे. इसके लिए 1334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है.