नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: यूपी के होमगार्ड फर्जी मस्टररोल घोटाला का बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने जिला कमाण्डेन्ट दफ्तर में दस्तावेजों में लगाई गई आग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बताया कि होमगार्ड घोटाले की शिकायत करने वाले प्लाटून कमांडर राजीव ने ही आग लगाई थी.
पुलिस ने बताया कि 18 नवंबर की रात राजीव कुमार ने परिसर में खड़ी बाइक से पेट्रोल निकालकर लगाई थी, फिलहाल पुलिस ने राजीव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. राजीव कुमार की गिरफ्तारी से पूर्व मंडलीय कमांडेंट अलीगढ़ सहित पांच लोग घोटाले के आरोप में जेल जा चुके हैं.
कैसे हुआ खुलासा
बता दें कि होमगार्ड वेतन घोटाले में ग्रेटर नोएडा में कमांडेंट के कमरे में रखे मस्टररोल में लगी आग पर डीजीपी के बयान के बाद गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने कमांडेंट के ऑफिस के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से जांच शुरू की गई. जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि जिस अवैतनिक प्लाटून कमांडर राजीव कुमार ने एसएसपी से मास्टर रोड के घोटाले के संबंध में प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने की बात कही थी. उसी ने होमगार्ड कमांडेंट की ऑफिस में रखें बक्से में मस्टररोल को जलाकर खाक कर दिया और मौके से फरार हो गया था. इस मामले में सूरजपुर थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था पुलिस की जांच में शिकायतकर्ता ही आरोपी निकला. बताया जा रहा है कि राजीव मस्टररोल इसलिए जलाया ताकि उसका नाम घोटाले में ना आ सके.