नई दिल्ली/वाराणसी: इन दिनों कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हर कोई अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने हिसाब से लोग धनराशि दान कर रहे हैं. इन सबके बीच बहुत से ऐसे किस्से भी सामने आ रहे हैं, जो मानवता और आज की पीढ़ी को मुसीबत के दौर में सबकी मदद करने की प्रेरणा दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला वाराणसी में भी सामने आया है. यहां अपने आप में संचालित होने वाले एक अनोखे चिल्ड्रन बैंक के नन्हे-मुन्ने खाताधारकों ने अपनी जमा पूंजी को प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए दान कर दी.
चिल्ड्रन बैंक ने इसके लिए 'मेरी बचत पीएम मोदी के नाम' अभियान की शुरुवात की है. बता दें कि इस बैंक में वह नन्हे मुन्ने गरीब बच्चे अपने एक-एक रुपये जमा करते हैं. जो या तो कूड़ा बिनते हैं, जिनके मां-बाप घर-घर जाकर काम करते हैं. घर से मिलने वाले या अन्य जगहों से मिली छोटी-छोटी धनराशि को इस चिल्ड्रन बैंक में जमा कर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं. दान देने वाले बच्चों में कुछ मुस्लिम बच्चे भी शामिल हैं.
चिल्ड्रन बैंक में 1800 बाल खाताधारक हैं. जिनकी उम्र 0 से 15 वर्ष के बीच है. परिवार को संकट से बचाने के लिये बच्चे 1-1 रुपये जमा कर यह बच्चे परिवार की मदद करते हैं. इन बच्चो ने इंडियन बैंक नदेसर शाखा के माध्यम से चिल्ड्रन बैंक की प्रबंधक उजाला भारतवंशी ने पीएम केयर फंड में पांच हजार ग्यारह रुपये भेजकर अभियान की शुरूआत की.
चिल्ड्रन बैंक के 81 बाल खाताधारकों ने 20 रुपये से लेकर 250 रुपये तक की राशि पीएम राहत कोष के नाम की है. 40 बच्चों ने 20 रुपये, 20 बच्चों ने 50 रुपये, 12 बच्चों ने 100 रुपये, 1 बच्चे ने 211 रुपये, 4 बच्चों ने 200 रुपये, 4 बच्चों ने 250 रुपये पीएम केयर फंड में भेजने के लिए निकाला और पासबुक पर पीएम केयर फंड में सहायता हेतु विवरण अंकित करवाया.