नई दिल्ली/नोएडा : पिछले चार साल से लगातार नकली नोट छापने और उन्हें बाजार में चलाने का कारोबार करने वाले एक शातिर युवक को नोएडा के थाना सेक्टर 24 पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी बिजनौर गांव में किराए के मकान के अंदर नकली नोट छापता था. पुलिस ने आरोपी को मुखबिर को सूचना पर गिरफ्तार किया है. वह इसके पहले भी नकली नोट छापने के आरोप में जेल जा चुका है.
वहीं इसका साथी और गैंग का मास्टरमाइंड यूपी के गोंडा जेल में अपने अन्य साथियों के साथ बंद है. इन लोगों द्वारा दिल्ली-एनसीआर के साथ ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में लाखों रुपए नकली नोट छापकर चलाने का काम किया गया है. यह करीब तीन से चार हजार रुपये प्रतिदिन छापते हैं और उसे बाजार में चलाने का काम करते हैं.
नोएडा की सेक्टर-24 थाना पुलिस ने जाली नोट तैयार कर उन्हें बाजार में चलाने वाले आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 4750 रुपये के नकली नोट, 590 रुपये असली नोट, 99 पेपर पर नकली 198 अधबने नोट, दो रिम कागज छापने हेतु व एक एचपी प्रिन्टर बरामद हुआ है.
आरोपी की पहचान गोंडा के थाना तरबगंज के रहने वाला व्यक्ति के रूप में हुई है. वह अभी सेक्टर-24 के ही गिझौड़ गांव में रह रहा है. पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया है. इस मामले में नोएडा के एसीपी टू रजनीश वर्मा ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी अपने मास्टरमाइंड साथी अर्जुन गोस्वामी के साथ वर्ष 2019 में जाली नोट छापने के मामले में गाजियाबाद के खोड़ा से जेल जा चुका है. अब तक पूछताछ में सामने आया है कि इस गैंग द्वारा 15 से 20 लाख रुपए छापकर बाजार में चला दिए हैं. आरोपी के ज्यादातर साथी वर्तमान में जेल में हैं. इनके अन्य अपराधिक इतिहास के बारे में और जानकारी की जा रही है.
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