नई दिल्ली/नोएडा: विधानसभा चुनाव-2022 में गौतम बुद्ध नगर की तीन सीटों पर जीत हासिल करने के लिये सभी पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन में सीधी टक्कर दिख रही है. वहीं, कांग्रेस, बसपा और आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरी है. दिल्ली से सटे होने के कारण आम आदमी पार्टी के लिए गौतम बुद्ध नगर की तीनों विधानसभा खास मायने रखती है. वहीं आम आदमी पार्टी के नोएडा प्रत्याशी का कहना है कि दिल्ली मॉडल पर नोएडा में चुनाव लड़ा जा रहा है और आम जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है.
नोएडा विधानसभा से पार्टी ने पंकज अवाना को अपना प्रत्याशी बनाया है. जो डोर-टू-डोर के कम्पैन चला कर नोएडा के मतदाताओं को आम आदमी पार्टी की बिजली गारंटी, युवाओं के रोजगार की गारंटी, शिक्षा की गारंटी और महिला सशक्तिकरण के पार्टी के प्रमुख मुद्दों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं और नोएडा वासियों के बुनियादी मुद्दों पर काम करने का मतदाताओं को आश्वासन दे रहे हैं. नोएडा में बदलाव लाने के लिये आम आदमी पार्टी के लिये वोट और समर्थन की अपील कर रहे हैं.
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नोएडा में काफी ऐसे वोटर हैं जो दिल्ली में दफ्तरों में ड्यूटी करते हैं या दिल्ली में अपना बिजनेस करते हैं. इसलिए गौतम बुद्ध नगर की तीनों सीट आम आदमी पार्टी के लिए काफी अहम है. इसलिए आम आदमी पार्टी इन सीटों पर अपनी ताकत भी लगा रही है. कहा ये ही जा रहा है कि केजरीवाल को उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज करनी है तो दिल्ली से सटी सीटों पर ही जादू दिखाना होगा तभी वो कुछ कमाल कर पाएंगे. अब देखना ये है कि आम आदमी पार्टी का दिल्ली वाला मॉडल यूपी में लोगों को कितना पसंद आएगा.
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आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नोएडा से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी पंकज अवाना का कहना है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी का केजरीवाल मॉडल लोगों को जमकर पसंद कर रहे हैं. वह नोएडा में उसी तर्ज काम करेंगे. पंकज अपनी प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहते हैं हमारी पहली प्राथमिकता शिक्षा होगी, क्योंकि जब तक हमारा बच्चा पढ़ेगा नहीं देश आगे नहीं बढ़ेगा. नोएडा में बड़े-बड़े स्कूल जरूर हैं लेकिन गांव में आज भी स्कूलों की स्थिति दयनीय है. यही हाल यहां के हॉस्पिटलों का है लाखों करोड़ों के कीमत से बने हॉस्पिटल खुद ही बीमार है, उसमें आप इलाज नहीं करा सकते हैं, नोएडा में किसानों का भी एक बड़ा मुद्दा है धरना-प्रदर्शन के बाद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है. फ्लैट बायर्स का भी मुद्दा अहम है वह बहुत परेशान हैं उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई बिल्डर दे दी लेकिन ना तो उनको पोजीशन मिल रहा है न ही वह अपने घर फ्लैटों पर लोन ले सकते हैं न उनको सेल कर सकते हैं. नोएडा में बिजली की व्यवस्था से लोग बहुत पीड़ित है उल्टे सीधे बिल मिलते लेकिन बिजली नहीं मिलती.
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