नई दिल्ली/नूंह: मनोहर सरकार मार्च में बजट पेश करने जा रही है. इस बजट से लोगों को खासी उम्मीद है क्योंकि कोरोना काल में आर्थिक तंगी झेल चुके लोगों को अब सरकार से बड़ी राहत मिलने की आस है.
वहीं सरकार के सामने भी इस बार बजट पेश करना किसी चुनौती से कम नहीं है. तकरीबन 1 साल तक कोरोना महामारी की वजह से सभी के कामकाज पर असर पड़ा है तो सरकार के खजाने में भी कमी आने से इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन राज्य सरकार इस बात को बखूबी जानती है कि प्रदेश में हालात किस कदर है और लोग भी सरकार के बजट को लेकर टकटकी लगाए हुए हैं.
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वहीं महिलाओं का कहना है कि सरकार को इस बार महिलाओं के हित में बजट पेश करना चाहिए. रसोई का ख्याल रखने से लेकर महिलाओं की जितनी भी जरूरत की चीजें हैं उन सभी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार को बजट पेश करना चाहिए.
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अगर बुजुर्गों की बात की जाए तो बुजुर्गों को भी राज्य सरकार के बजट से बहुत उम्मीद है. उन्होंने कहा कि सरकार को बुजुर्गों के हित में बजट पेश करना चाहिए, जिनमें रोजमर्रा की जरूरत की चीजों के दाम कम किए जाने चाहिए. इसके अलावा दवाई इत्यादि के दाम भी कम किया जाए क्योंकि बुढ़ापे में आकर कई प्रकार की बीमारियां इंसान को घेर लेती हैं और दवाइयों के दाम आसमान छूने की वजह से कई बार सही तरीके से बुजुर्ग अपना इलाज नहीं करा पाते.
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कुल मिलाकर इस बार मनोहर सरकार के बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. वैसे तो हर बार बजट पर लोगों की नजर रहती है, लेकिन इस बार का बजट कुछ अलग ही मायने रखता है. अब देखना ये है कि कुछ दिन बाद पेश होने जा रहे बजट में जनता के लिए कुछ लोकलुभावन चीजें शामिल की जाए या फिर जनता को इस बजट से निराशा हाथ लगती है.