नई दिल्ली/गुरुग्राम: भारत में कोरोना से लड़ने के लिए डॉक्टर्स से लेकर पुलिसकर्मी और सफाईकर्मी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है. जहां पुलिसकर्मी लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए लोगों से घरों में रहने के लिए बार-बार अपील कर रहे है, वहीं नियम तोड़ने वालों पर सख्ती भी दिखा रहे है, लेकिन गुरुग्राम से पुलिसकर्मी द्वारा एक डॉक्टर को पीटे जाने का मामला सामने आया है.
लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात गुरुग्राम पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. आपातकालीन परिस्थिति में ड्यूटी करके घर लौट रहे डॉक्टर के साथ पुलिसकर्मियों ने लाठी से मारपीट का वीडियो सामने आया है. डॉक्टर के द्वारा आई कार्ड दिखाने के बावजूद पुलिसकर्मी नहीं माने और उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने और डॉक्टर की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से लिखित शिकायत के बावजूद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
दरअसल ये घटना 28 मार्च की शाम की है. जब ताजनगर निवासी डॉक्टर सतीश की विशेष ड्यूटी पटौदी स्थित सरकारी अस्पताल में लगी हुई है. शनिवार सुबह वो गाड़ी से पटौदी अस्पताल गए थे. इस दौरान रास्ते में उन्हें नाकेबंदी पर पुलिसकर्मियों ने रोक लिया था. पुलिसकर्मियों ने बहस के बाद उन्हें जाने दिया.
जब शाम को डॉक्टर वापस ड्यूटी खत्म कर लौट रहा था, तब जमालपुर चौक स्थित पुलिस ने नाकेबंदी पर रोक लिया. उन्होंने पुलिसकर्मियों को बताया की वह डॉक्टर है और उनकी सरकारी ड्यूटी लगी हुई है. इसके बावजूद पुलिसकर्मियों ने उनकी एक न सुनी और लाठी भांज दी.
बताया जा रहा है कि जब पुलिसकर्मियों डॉक्टर से मारपीट करने लगे तो पीड़ित ने उन्हें अपना सरकारी आई कार्ड दिखाया तो एक पुलिसकर्मी ने बदसलूकी करते हुए कहा की तुम्हें अभी डॉक्टर बनाता हूं. पूरी घटना को कुछ दूर पर मौजूद एक युवक में अपने मोबाइल में वीडियो बनाकर रिकॉर्ड कर लिया.
29 मार्च को इस सम्बन्ध में पीड़ित डॉक्टर ने सीएमओ को पुलिसकर्मियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. हालांकि उस पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.