नई दिल्ली/गुरुग्राम: किसानों के चक्का जाम का आंशिक असर साइबर सिटी के कुछ इलाकों में भी देखने को मिला. चक्का जाम के चलते गुरुग्राम के पालम विहार, दिल्ली बिजवासन जाने वाला रास्ता व नजफगढ़ जाने वाले रास्तों पर ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई. हालांकि इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा और बार-बार माइक से किसानों को रोड जाम न करने को चेतावनी जारी करता रहा, लेकिन बावजूद इसके संयुक्त किसान मोर्चा के सैकड़ों लोग पालम विहार के कृष्णा चौक के बीचों-बीच बैठ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते रहे.
साइबर सिटी गुरुग्राम में दिल्ली से लगते बॉर्डर के इलाके बजघेडा में भी किसानों का प्रदर्शन हुआ। किसानों ने रोड को जाम कर दिया. जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस को मजबूरन रूट डायवर्जन करना पड़ा. जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. जो लोग रोजाना 30 से मिनट में अपना सफर तय करते थे. तो वहीं उनको वह तकरीबन 1 घंटे से भी ज्यादा का समय लग रहा है.
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वहीं 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए उपद्रव का असर आज के चक्का जाम में साफ तौर से देखने को मिला. जहां चक्का जाम के दौरान किसान न केवल शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, बल्कि एम्ब्युलेंस,महिलाओ और बुजुर्गों को ट्रैफिक से निकलने में मदद भी कर रहे थे.
बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में आज किसान संगठनों ने चक्का जाम का आह्वान किया था. जिसको लेकर पूरे सूबे में आज किसानों ने जगह-जगह चक्का जाम किया. चक्का जाम का सबसे ज्यादा अंबाला, करनाल, सोनीपत और पलवल में देखने को मिला. जहां किसानों के चक्का जाम की वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सोनीपत में तो चक्का जाम होने की वजह से बस डिपो से बसों का परिचालन ही ठप्प हो गया था.