नई दिल्ली/हिसार: हरियाणा गो सेवा आयोग हिसार और गुरुग्राम में गो हॉस्टल का पायलट प्रोजेक्ट लाने की तैयारी में है. गो हॉस्टल प्रोजेक्ट के सफल होने पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी गो हॉस्टल खोले जाएंगे. गो हॉस्टल का लाभ हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में रहने वाले लोगों को अधिक होगा जो नियमों के अनुसार पशु नहीं रख सकते.
गो हॉस्टल पर पायलट प्रोजेक्ट
गो सेवा आयोग ने प्रोजेक्ट को लेकर नगर निगम हिसार से मंथन किया है. हॉस्टल में केवल देसी नस्ल की गाय रखी जाएंगी. प्रोजेक्ट के तहत हिसार में 10 एकड़ भूमि नगर निगम आयोग को मुहेया करवाएगा. पायलट प्रोजेक्ट में पहले 50 गाय रखने की व्यवस्था की जाएगी.
नगर निगम की तरफ से की जाएगी व्यवस्था
हॉस्टल की देखरेख निजी हाथों में होगी. जो गोपालक होंगे वही चारा और चौकीदार होंगे, इनकी व्यवस्था नगर निगम की तरफ से की जाएगी. गाय मालिक हॉस्टल में गाय रखने के लिए एक निर्धारित फीस देगा, जिसके तहत पशुओं को चारा और देखरेख मुहैया करवाया जाएगा. गाय मालिक पशुओं को अतिरिक्त खाद्य पदार्थ देना चाहते हैं तो वो खुद अपने खर्चे पर खिला सकते हैं.
इस तरीके से होगा काम
गाय मालिक सुबह शाम हॉस्टल में जाकर दूध निकाल कर लाएगा. गाय मालिक यदि खुद दूध नहीं निकालना चाहता तो इसकी भी व्यवस्था की जाएगी. गाय मालिक अतिरिक्त राशि देकर अपनी गाय का दूध घर पर मंगवा सकता है. नगर निगम हिसार के कमिश्नर जयकृष्ण आभीर ने बताया कि गो हॉस्टल प्रोजेक्ट को लेकर गौ सेवा आयोग के चेयरमैन के साथ विचार विमर्श किया गया है.
उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट अभी कंक्रीट रूप में नहीं आया है. प्रोजेक्ट में शहरवासी अपनी देसी गाय को देखरेख और चारे आदि की निर्धारित फीस देकर गो हॉस्टल में रख सकेंगे. गाय मालिक सुबह शाम हॉस्टल में जाकर अपनी गाय का दूध निकाल कर ले जा सकता है. नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि यदि प्रोजेक्ट आगे बढ़ता है तो नगर निगम को जगह निर्धारित करनी है जिसके लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं
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